हिमाचल प्रदेश सरकार के आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग द्वारा आज यहां राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 80वें दौर की सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के लिए क्षेत्रीय अन्वेषकों की राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आर्थिक सलाहकार डॉ. विनोद कुमार राणा ने इस कार्यशाला का शुभारम्भ किया। कार्यशाला में घरेलू पर्यटन व्यय सर्वेक्षण को कवर किया गया। यह सर्वेक्षण कार्यक्रम आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, हिमाचल प्रदेश सरकार तथा राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (क्षेत्रीय संचालन प्रभाग), शिमला के संयुक्त तत्वाधान से एक वर्ष की अवधि के लिए किया जाएगा।
डॉ. विनोद कुमार राणा ने कहा कि सांख्यिकी एक शक्तिशाली तकनीक है और इसके अच्छे परिणामों के लिए आंकड़ों के संकलन एवं आगामी कार्य में अत्यधिक सावधानी बरतना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर सहायता प्राप्त व्यक्तिगत साक्षात्कार के प्रयोग से आंकड़ों का संग्रहण समयबद्ध एवं प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। उन्होंने आकस्मिक परिस्थितियों की योजना बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के सर्वेक्षणों की सफलता मुख्यतः क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा अपनाई गई कार्य तकनीक एवं जनसहयोग पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि विश्वसनीय, सटीक, समयबद्ध और लागत प्रभावी आंकड़े एकत्र किए जाएं ताकि विकासात्मक गतिविधियों के लिए नीतियां बनाई जा सकें। इस सर्वेक्षण के अंतर्गत राज्य नमूना में लगभग 144 गांव एवं 56 शहरी खंडों से आंकड़े एकत्र किए जाएंगे तथा केंद्र नमूना में भी अनुमानित इतनी ही इकाइयां सम्मिलित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण घरेलू पर्यटन पर खर्च, घरों की विशेषताएं, यात्रियों की विशेषताएं तथा यात्रा से संबंधित जानकारी जैसे कि रात्रि प्रवास वाली यात्राओं के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्र करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सर्वेक्षण के दौरान उपलब्ध महत्वपूर्ण जानकारी नीति निर्माण तथा पर्यटन क्षेत्र में अधोसंरचना और टूर पैकेजों के विकास हेतु उपयोगी सिद्ध होगी।
आर्थिक सलाहकार ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वे पूर्व की भांति आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों को सही और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने में सहयोग करें।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक अनुपम शर्मा ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया।
इस प्रशिक्षण का संचालन आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय के अधिकारियों उप निदेशक सुरेश वर्मा एवं अनुसंधान अधिकारी राजीव कुमार द्वारा किया गया।