कोटगढ़ क्षेत्र की आपदा प्रभावित 7 ग्राम पंचायतों को 7-7 लाख रुपये जारी
प्रदेश का 80 प्रतिशत सेब उत्पादन करने वाले ऊपरी शिमला क्षेत्र के प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित लोगों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया और उनका यह दौरा प्राकृतिक आपदा से सार्वजनिक एवं निजी संपत्ति को हुई भारी क्षति का जायज़ा लेकर लोगों को कम से कम समय में अधिक से अधिक राहत पहुंचाने पर केन्द्रित रहा।
मुख्यमंत्री ने सभी सड़कों की शीघ्र मरम्मत के लिए फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए, ताकि पंचायत स्तर तक सम्पर्क मार्गों को जल्द से जल्द बहाल कर बागबानों का सेब और अन्य नकदी फसलें मंडियों तक पहुंचाने के कार्य में तेजी लाई जा सके। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने अधिकारियों को चौबीसों घण्टे कार्य करते हुए 15 अगस्त तक सड़कों को बहाल करने के निर्देश भी दिए ताकि बागबानों और किसानों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े और सही समय पर उनका उत्पाद बाजार में पहुंच पाए।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में आई आपदा के प्रभावितों को बढ़ी हुई राहत की घोषणा की, वहीं वे कोटगढ़ के शहीद स्मारक भी गए और वर्ष 1990 में सेब बागवानों के आन्दोलन के दौरान हुए गोलीकांड में मारे गए तीन बागवानों गोविंद सिंह, हीरा सिंह और तारा चंद के परिवार को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कोटगढ़ में इन तीन बागवानों की याद में बनाए गए स्मारक के रख-रखाव के लिए राज्य सरकार की ओर से 8 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
दो दिन के भीतर मुख्यमंत्री ने चौपाल, जुब्बल-कोटखाई, रोहड़ू, ठियोग और रामपुर विधानसभा क्षेत्रों में आपदा के कारण बंद सड़कों और अन्य नुकसान का जायजा लिया। क्षेत्र के दौरे के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी आई है।
मुख्यमंत्री ने पिछले कल ननखड़ी क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेते हुए पंचायतों तक सम्पर्क मार्गों की शीघ्र मरम्मत करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देशों के 12 घंटे के भीतर ही जिला प्रशासन शिमला ने खण्ड विकास अधिकारी ननखड़ी को विभिन्न पंचायतों में सड़कों व पुलों की मरम्मत के लिए 55 लाख रूपये तथा विकास खण्ड अधिकारी नारकंडा को नारकंडा (सिहाल) पंचायत की सड़कों व पुलों की मरम्मत के लिए 49 लाख रूपये की धनराशि जारी कर दी है।
कुमारसेन उपमंडल में मुख्यमंत्री ने बुधवार को बारिश से हुए भारी नुकसान का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने उन्हें अवगत करवाया कि उपमंडल में 124 घर पूरी तरह से ध्वस्त हुए हैं, 204 घर मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। मुख्यमंत्री इन ग्राम पंचायतों के प्रधानों से भी मिले और इस दौरान पंचायतों की ओर से सेब सीजन के मद्देनजर सड़कों को तुरंत बहाल करने की मांग की गई। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिला प्रशासन द्वारा बारिश से बुरी तरह प्रभावित कोटगढ़ क्षेत्र की सात पंचायतों को राहत कार्यों के लिए 7-7 लाख रुपये दिए गए हैं। यह राशि पंचायतों के संपर्क सड़कों को बहाल करने पर खर्च की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि बागवानों का सेब मंडियों तक पहुंचाना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग सड़कों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है और इसके लिए धनराशि जारी होने से इसमें तेज़ी आएगी।