हिमाचल प्रदेश में अब तृतीय श्रेणी की भर्ती मैरिट के आधार पर होगी। इसके तहत भर्ती के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया को तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है, जिसे लेकर मुख्य सचिव की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है। सरकार के इस बड़े निर्णय से उन युवाओं को राहत मिलेगी, जो लिखित परीक्षा, स्क्रीनिंग टैस्ट व स्किल टैस्ट में मैरिट में बेहतर अंक लेने के बावजूद 15 अंकों की मूल्यांकन प्रक्रिया के कारण बाहर हो जाते थे। सरकार के इन आदेशों के अनुसार अब तृतीय श्रेणी पदों के लिए लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों को 85 से बढ़ाकर 100 कर दिया गया है। इसके अलावा 17 अप्रैल, 2017 के भर्ती नियमों के मुताबिक पहले से अधिसूचित जिन रिक्त पदों के लिए अब तक लिखित परीक्षा आयोजित नहीं हुई है, उन्हें फिर से विज्ञापित किया जाएगा। जिन भर्तियों के लिए लिखित परीक्षा हो चुकी है, उन्हें भर्ती के लिए जारी विज्ञापन में दर्शाई गई चयन प्रक्रिया व भर्ती एवं पदोन्नति नियमों (आर एंड पी रूल) के अनुसार भरा जाएगा।
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत महामंत्री डॉ. मामराज पुंडीर ने कहा कि इस व्यवस्था से उन उम्मीदवारों को फायदा होगा जिन्होंने लिखित परीक्षा में ज्यादा नंबर हासिल किए हैं। नई व्यवस्था से परीक्षा परिणाम जल्द निकलने का रास्ता भी साफ होगा। प्रदेश की जयराम सरकार ने लाखों युवाओं को नौकरियों में लाभ देने और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले परीक्षार्थियों को उनकी मेहनत का अनुसार परिणाम देने के लिए यह फैसला लिया है। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनके कैबिनेट के सभी सदस्यों का आभार जताया है। डॉ. मामराज पुंडीर ने कहा सरकार को क्लास वन व टू के सभी पदों के लिए भी इस व्यवस्था को लागू कर देना चाहिए।