हिमाचल रोडवेज की राज्य के अंदर चलने वाली बसों की बुकिंग अब लोग कहीं से भी करा सकेंगे। HRTC ने सभी लॉन्ग रुट्स पर ऑनलाइन बस बुकिंग की सुविधा का दायरा बढ़ा दिया है। अब हर डिपो के तहत चलने वाली बसें अपने गंतव्य से ही ऑनलाइन सुविधा से जोड़ दी गई हैं।
हमीरपुर डिपो ने लॉन्ग रूट्स के अलावा लोकल रूट्स को भी अब ऑनलाइन सुविधा से जोड़ने का काम आगे बढ़ा दिया है। सबसे अहम यह है कि लॉन्ग रूट्स पर सवारियों के उतरने और चढ़ने के स्टॉपेज भी बढ़ा दिए गए हैं। अब लोगों को अपने घर द्वार से ही बस मिल जाएगी।
सभी कैटेगरी की बसों के लिए बुकिंग सर्विस
HRTC ने लॉन्ग रूट की सभी कैटेगरी की बसों के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा दी है, लेकिन इससे यात्रियों का पुायदा होगा, क्योंकि जिस भी डिपो की बस होगी, वह जहां से चलेगी। वहीं से ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा यात्री को मिलेगी। पहले ऐसा नहीं था। पहले डिपो के हेड क्वार्टर से ही इसकी सुविधा मिला करती थी, लेकिन अब यात्री जहां है, वहीं से वह ऑनलाइन बुकिंग करवा सकेगा। अपना स्टेशन वहीं से अंकित कर लेगा।
अब अतिरिक्त भार भी नहीं उठाना पड़ेगा
वहीं अभी तक यात्री के लिए समस्या थी कि वह जिस स्टेशन से बैठेगा, वहां की बजाय उसे डिपो हेड क्वार्टर से यात्री किराया देना पड़ता था। अब ऐसा नहीं होगा। अगर हमीरपुर से चंडीगढ़ रूट पर कोई बस जा रही है और यात्री को भोटा या सलौनी से बैठना हो तो उसे टिकट के लिए अपनी सीट हमीरपुर से बुक नहीं करवानी पड़ेगी। जहां वह बैठेगा, वहीं से उसका किराया शुरू होगा। इससे यात्रियों को फायदा रहेगा।
हमीरपुर डिपो ने राज्यभर में या फिर राज्य से बाहर जाने वाले तमाम 38 रूटों पर यह सुविधा मुहैया करवा दी है। लोकल रूट पर भी इस सुविधा को शुरू कर दिया गया है। सुविधा को पूरी तरह लागू होने में अभी कुछ और दिन लगेंगे, लेकिन इसकी शुरुआत हो गई है।
HRTC को भी होगा फायदा
ऑनलाइन बुकिंग सर्विस का दायर बढ़ने से HRTC अधिकारियों का मानना है कि नुकसान नहीं होगा, बल्कि फायदा होगा, क्योंकि यात्री इस सुविधा के नहीं होने से लोग दूसरे ट्रांसपोर्टर्स की बसों में सफर कर लिया करते थे, लेकिन अब यात्री को HRTC की बसों में सफर करेंगे।
हमीरपुर डिपो के रीजनल मैनेजर विवेक लखनपाल का कहना है कि सभी कैटेगरी की बसों के लिए ऑनलाइन बुकिंग सर्विस शुरू कर दी गई है। अब जहां से बस चलेगी, वहीं से उतने और चढ़ने की सुविधा यात्री को मिल जाएगी। पहले यह डिपो के मुख्य स्टेशन से शुरू हुआ करती थी। लोकल रूट्स पर भी इसे लगभग 40 फीसदी तक अमलीजामा पहना दिया गया है। चरणबद्ध तरीके से हिमाचल के सभी डिपो में सुविधा लागू हो जाएगी।