नेशनल शूटर सुख मनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू हत्याकांड में सीबीआइ ने हाई कोर्ट की जज की बेटी कल्याणी को गिरफ्तार किया है। मामले में आरोपित कल्याणी 4 दिन के रिमांड पर है जो अब हत्या से जुड़े कई राज खोलेगी। इससे पहले भी सीबीआइ ने कोर्ट में सिप्पी सिद्धू हत्या की वजह भी बताई थी। सीबीआइ ने कोर्ट में अपनी रिपोर्ट में बताया कि सिप्पी और कल्याणी क्लोज रिलेशनशिप में थे। कल्याणी सिप्पी सिद्धू से शादी करना चाहती थी। इसलिए कल्याणी की तरफ से शादी के प्रस्ताव सिप्पी के घर भेजा गया था, लेकिन सिप्पी के घर वालों ने शादी इनकार कर दिया था।
सीबीआइ ने कोर्ट में यह भी बताया था कि शादी से इनकार होने के बाद सिप्पी ने उसकी कुछ आपत्तिजनक फोटो परिवार और दोस्तों के बीच साझा कर की थी। सीबीआई ने दावा किया कि इसी वजह से सिप्पी को रास्ते से हटाया। इतना ही नहीं सीबीआइ ने यह भी दावा किया है कि सिप्पी को चार गोलियां लगी थी जिसमें से एक गोली कल्याणी ने भी चलाई है। बता दें कि 7 साल पहले सुख मनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू का सेक्टर-27 पार्क में शव मिला था। सिप्पी सिद्धू को चार गोलियां मारी गई थी।
सूत्रों के अनुसार सीबीआइ ने साक्ष्य के तौर पर कई अहम सबूत जुटाए हैं। इसमें हत्याकांड वाली जगह सेक्टर-27 स्थित पार्क के पास वारदात के समय एक प्रत्यक्षदर्शी व्यक्ति और उसकी पत्नी घर की छत पर सैर कर रहे थे। जैसे ही गोलियां चली थी तबी उन्होंने (पति-पत्नी) एक युवती को दौड़ते हुए सड़क किनारे खड़ी गाड़ी पर बैठकर वहां से निकलते हुए देखा था। इसके साथ हत्याकांड वाले दिन सेक्टर-27 में एक मेंहदी लगाने वाले व्यक्ति से मोबाइल लेकर एक युवती ने सिप्पी को कॉल किया था। इसके बाद सिप्पी ने मोहाली स्थित अपने घर से निकलते समय घर वालों को बताया था कि कल्याणी की काल आई थी। सूत्रों के अनुसार हत्या के बाद मौके से बरामद सिप्पी के मोबाइल से मिलने वाले कई सबूत कल्याणी की तरफ इशारा कर रहे थे। इन्हीं साक्ष्यों के आधार पर सीबीआइ ने एफआइआर में कल्याणी को प्राथमिक तौर पर आरोपित बनाया था। हालांकि, इसकी पुष्टि और मजबूत साक्ष्य होने के बाद सीबीआइ कल्याणी को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।
आरोपित कल्याणी चंडीगढ़ के सेक्टर- 42 पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कालेज फार गर्ल्स में होम साइंस डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर तैनात है। सीबीआइ सूत्रों के अनुसार कल्याणी जांच में सहयोग नहीं कर रही थी। न ही वह सीबीआइ के सवालों का संतोषजनक जवाब दे रही थी। यही उसकी गिरफ्तारी की वजह बनी।