पुलिस की एसआईयू टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए शोघी बैरियर के पास नाकाबंदी के दौरान बस में सवार एक व्यक्ति से अफीम पकड़ी है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक किलो 16 ग्राम अफीम बरामद की है। पुलिस की अचानक कार्रवाई से नशा माफिया में हड़कंप मच गया है। पुलिस पता लगा रही है कि आरोपी अफिम कहां से लेकर आया और कहां सप्लाई करने जा रहा था। पुलिस आरोपी के बैकवर्ड लिंक भी खंगाल रही है। पुलिस ने पूछताछ में आरोपी से नशा माफिया से जुड़े कई अहम खुलासे हो सकते हैं। गौर हो कि नशा तस्करी में जुड़े लोगों ने वीआईपी गाडियों के अलावा अब बसों में भी नशे की तस्करी शुरू कर दी है। इससे पहले भी शिमला पुलिस शोघी बैरियर के पास नाकेबंदी के दौरान विभिन्न बसों में सवार यात्रियों से नशे की खेप पकड़ी है। आरोपी की पहचान मेन सिंह निवासी गांव कनसम तहसील पूह जिला किन्नौर के रूप में हुई है। उधर, एसपी शिमला मोनिका भुटूंगरू का कहना है कि आरोपी व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की कार्रवाई शुरू कर दी है।
राजधानी शिमला में दो अलग-अलग मामलों में एक किलो अफीम तथा चार ग्राम से अधिक चिट्टा बरामद किया गया है। इस सिलसिले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को ये कामयाबी शनिवार देर रात नाकाबंदी के दौरान बालूगंज और ढली थाना क्षेत्रों में मिली।
बालूगंज थाना अंतर्गत शोघी कस्बे में बैरियर में वाहनों के निरीक्षण के दौरान नेपाली मूल के एक व्यक्ति के कब्जे से 1.16 किलोग्राम अफीम पकड़ी गई। आरोपित की पहचान मैन सिंह पुत्र वीर बहादुर के रूप में हुई है। आरोपित नेपाल का मूल निवासी है और वर्तमान में किन्नौर जिला के स्पिलो में रह रहा है।
दूसरे मामले में ढली थाना पुलिस ने भट्टाकुफर-ढली क्रशर के समीप नाके के दौरान एक कार को निरीक्षण के लिए रोका और तलाशी के दौरान कार सवार दो युवकों के कब्जे से 4.80 ग्राम चिट्टा बरामद किया। आरोपियों की पहचान कुल्लू जिला के आनी निवासी अंकित और शिमला जिला के कुमारसेन निवासी सुशील के रूप में हुई है।