हिमाचल प्रदेश में बारिश का रौद्र रूप न जाने कितने वर्षों के बाद इस कदर देखने को मिला है। पलों में लोगों के मकान, गाड़ियां जानें इस कदर बह रही हैं, जैसे कोई घास का तिनका। ऐसे में सूबे में होने वाली शादियां भी काफी प्रभावित हो रही हैं। ऐसा एक मामला जिला सिरमौर से सामने आया है जहां बताया जा रहा है कि यहां एक दूल्हा बारात लेकर घर से तो निर्धारित समय पर निकला, लेकिन न तो मुहूर्त के समय दुल्हन के घर पहुंच सका, और न ही वहां से दुल्हन की डोली समय पर उठ पाई।
मिल रही जानकारी के अनुसार जिला सिरमौर के तहत आते उपमंडल संगड़ाह के एक गांव डाहर के रहने वाले अजय की शादी रोनहाट क्षेत्र के बोराड़ गांव की अर्चना के साथ तय हुई थी।
इसके चलते बीते रविवार सुबह तय समयानुसार दूल्हा करीब 60 बारातियों सहित दुल्हन को लाने के लिए निकला। फेरों का मुहूर्त रविवार दोपहर 12 बजे का था और बारात रविवार को ही शाम 4 बजे वापिस आनी थी। मगर नियति को कुछ और ही मंजूर था।
ताया जा रहा है कि बारात सुबह के समय ही दुल्हन के घर के पास पहुंच गई थी, मगर बिंदोली नामक जगह में भारी बारिश के कारण सड़क का तकरीबन 200 मीटर हिस्सा पूरी तरह मिट चुका था।
यहां से गाड़ियों का गुजरना तो पूरी तरह असंभव था, साथ में पैदल तक निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा था। इस बीच कुछ लोगों ने बड़ी जद्दोजहद के बाद दुल्हे सहित 45 बारतियों को वहां से निकाला।
इसके बाद करीब चार किलोमीटर का पैदल सफर तय कर आधी-अधूरी बारात शाम 3 बजे दुल्हन के घर पहुंची। तब तक फेरों सहित तमाम मुहूर्त समाप्त हो चुके थे।
बताया जा रहा है कि मौसम खराब व सड़कें बंद होने के कारण बारात रविवार को रात भर दुलहन के घर रुकी रही। मौसम के हालात देखते हुए बारात को दुल्हन सहित आज सोमवार को विदा किया गया।