मां चिन्तपूर्णी के दरबार में दो अलग-अलग श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में सोना और चांदी अर्पित किए है। श्रद्धालुओं ने मुकुट, छत्र और बर्तनों के रूप में यह दोनों धातुएं मां के पावन चरणों में अर्पित की हैं, जिसमें एक श्रद्धालु द्वारा सोने का मुकुट व चांदी का छत्र चढ़ाया गया और दूसरे श्रद्धालु द्वारा लगभग 3 किलो 881 ग्राम चांदी के बर्तन मां के चरणों मे अर्पित किए गए। दोनों ही भक्तों ने यह वस्तुएं गुप्त दान में मां के दरबार में अर्पित की है। दोनों ही श्रद्धालु पंजाब (Punjab) के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जिनमें से एक जालंधर (Jalandhar) का निवासी होने की बात सामने आई है।
शनिवार की सुबह जालंधर से आए श्रद्धालु ने लगभग 117.490 ग्राम का सोने का मुकुट और 641 ग्राम का चांदी का छत्र मां चिंतपूर्णी के दरबार में अर्पित किए। वहीं दूसरे श्रद्धालु ने गुप्त रूप से चांदी का थाल, चांदी की 5 कटोरी, चांदी के दो चम्मच और चांदी का एक गिलास चढ़ाया।
मां चिन्तपूर्णी के प्रति भक्तों की आस्था इसी से पता चलती है कि यहां हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु नतमस्तक होने आते है और सोने, चांदी के साथ लाखों रुपये की नकदी भी चढ़ाते हैं। इससे पहले भी कई श्रद्धालुओं द्वारा मां के दरबार में सोना, चांदी और गाड़ियां तक भेंट की गई है।
मंदिर अधिकारी बलवंत ने बताया कि पहले ही श्रद्धालु मां के दरबार में सोने चांदी के गहने, मुकुट, छत्र और अन्य वस्तुएं चढ़ाते रहे हैं। वहीं शनिवार को पंजाब से आए दो श्रद्धालुओं में से एक ने 117 ग्राम से ज्यादा सोने का मुकुट और आधा किलो से ज्यादा चांदी का छत्र माता को भेंट किया। जबकि दूसरी तरफ पंजाब से ही आए एक अन्य श्रद्धालु ने मां को करीब 3 किलो 881 ग्राम चांदी के बर्तन भेंट किए हैं। उन्होंने कहा कि मां चिंतपूर्णी दोनों श्रद्धालुओं की हर मनोकामना को पूरा करें और विश्व कल्याण का आशीर्वाद समस्त संसार को दें।