कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से जुडी हुई एक बेहद ही दुखद खबर सामने आई है। नगरोटा सूरियां के साथ लगती पंचायत बरियाल में 42 वर्षीय सैनिक विनोद कुमार की रविवार को ड्यूटी के दौरान हृदयगति रुकने से मौत हो गई। सैनिक की पार्थिव देह जैसे ही मंगलवार को गांव में पहुंचा, तो माहौल गमगीन हो गया। जैसे ही विनोद कुमार का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी में गांव पहुंचा, तो पूरे गांववासी शोक में डूब गए। विनोद कुमार का अंतिम संस्कार वरियाल के श्मशानघाट में पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया।
वह नागालैंड में आसाम रायफल में ड्यूटी दे रहा था। इस मौके पर असम राइफल से राजेंद्र कुमार धर्मशाला से मिन्हास सहित आए हुए सैनिकों द्वारा उन्हें सलामी दी गई। मृतक अपने पीछे गर्भवती पत्नी चेतना ठाकुर, माता सत्या देवी व गोद ली बेटी को छोड़ गए हैं।
सबसे दुखद बात तो यह है कि शादी के 14 साल बाद होने के बाद भी उन्हें कोई अपनी संतान नसीब नहीं हुई थी और जब शादी के 14 साल बाद उनकी पत्नी गर्भवती हुई तो वह उसे अकेला छोड़ गए। बताया गया कि विनोद कुमार की पत्नी की डिलवरी की तारीख भी डॉक्टर्स द्वारा तय कर दी गई थी । विनोद कुमार डेढ़ महीना पहले ही छुट्टी काट कर गया और अपनी गर्भवती पत्नी को फोन पर बताया कि वह 10 दिसंबर को दोबारा घर छुट्टी आ रहा है, लेकिन उन्हें क्या पता था कि बेटे के जन्म से पहले ही उनकी पार्थिव देह घर पहुंच जाएगी।