ठियोग उपमंडल की लाफुघाटी से सटे करयाला गांव से 3 माह पहले लापता हुए अधेड़ व्यक्ति का क्षत-विक्षत अवस्था में शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। शव की शिनाख्त 53 वर्षीय भगतराम निवासी करयाला के रूप में हुई है। शव क्षत-विक्षत हालत में मिला। शव के हाथ और पैर कटे हुए थे।
मामले की जांच कर रही सीआईडी (CID) की एसआईटी (SIT) ने लापता भगत राम के शव को उसके गांव से दो किलोमीटर दूर ढांक से बरामद किया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी भेज दिया गया है।
भगत राम बीते 30 नवम्बर से लापता चल रहा था। परिजनों ने ठियोग थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जब ठियोग पुलिस को लापता भगत राम को ढूंढने में कामयाबी नहीं मिली, तो डीजीपी ने इस मामले की तहकीकात के लिए सीआईडी के एसपी वीरेंद्र कालिया की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी पिछले दो हफ्तों से भगत राम की तलाश कर रही थी।
भगत राम के परिजनों ने उनकी हत्या की आशंका जताई है। परिजनों के मुताबिक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत भगत राम को मौत के घाट उतारा गया है।
भगत राम की बेटी मनीषा ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता दिनांक 30 नवंबर को गाड़ी की किस्त देने घर से निकले थे, परंतु घर नहीं लौटे। उन्होंने पुलिस थाना ठियोग में उनके गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई परंतु पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। एसआईटी ने मेरे पिता का शव बरामद किया है।
मनीषा ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों द्वारा उनके पिता की हत्या की गई है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।