हिमाचल के मंडी जिला के पधर उपमंडल के द्रंग की पाली पंचायत के मसेरन गांव में सेना से सेवानिवृत्त ऑनरेरी कैप्टन की पत्नी द्वार फंदा लगाकर जान देने का मामला सामने आया है। महिला के पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आत्महत्या का कदम उठाने की बात कही है। मायका पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को कब्जे में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार मसेरन गांव की महिला शीतला देवी पत्नी लेख राज का शव शनिवार सुबह गऊशाला के समीप पेड़ के साथ लटका हुआ मिला तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना परिवार व मायके वालों को दी। सूचना मिलते की मायके वाले पुलिस की टीम के साथ गांव में पहुंचे। बेटी के साथ लंबे समय से ससुरालियों द्वारा प्रताड़ना करने के चलते उठाए गए कदम से मायके वाले गुस्से में दिखे तथा शव को ससुराल के आंगन में जलाने की बात करते रहे। माहौल बिगड़ते देख पुलिस ने ससुराल के सभी सदस्यों को थाने तलब कर दिया। डीएसपी पधर लोकेंद्र नेगी ने मामले की न्यायिक जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कहकर गुस्साए मायका पक्ष के लोगों को शांत करवाया।
मृतका के पिता धर्म सिंह ने कहा कि वर्ष 1994 में जब बेटी की शादी हुई थी तो पति सहित ससुराल पक्ष उसे प्रताड़ित करते थे। कई मर्तबा समझौता भी किया गया लेकिन ससुराल वाले अपनी करनी से बाज नहीं आए। कुछ समय से बेटी को ससुराल में अलग कमरा दिलवाया मगर भारतीय सेना से एक वर्ष पूर्व ऑनरेरी कैप्टन रिटायर्ड आए उनके दामाद ने कमरे की बिजली बंद कर उसे घर से निकाल दिया, जिसके बाद वह गऊशाला में रहती थी। गत रात करीब 10 बजे शीतला के साथ बात हुई तो उसने रोते हुए बात की और बाद में फोन काट दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को मारा गया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि शीतला ने ससुरालियों के खिलाफ 5 अक्तूबर को पधर पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करवाई है।
डीएसपी पधर लोकेंद्र नेगी ने बताया कि पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने मृतका के पति लेख राज, सास कुब्जा देवी, ननद सोम लता, जेठ लीला विलास और जेठानी बबली देवी को थाने तलब किया है। लेखराज के बेटे सुरेश कुमार को पुलिस ढूंढ रही है। महिला द्वारा आत्महत्या के लिए उठाए गए कदम के पीछे जो भी कारण रहे होंगे, पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर मौत के कारणों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. इस मामले में चार आरोपितों को हिरासत में लिया गया है और मामले में छानबीन जारी है।