बिलासपुर : युवकों ने चिट्टा खरीदने के लिए पहले ठेके में शराब की चोरी की और फिर दो लाख रुपये की शराब को 25,000 रुपये में बेच दिया। इस पैसे से फिर चिट्टा खरीदा और तीन दिन तक नशा किया। जब यह युवक पुलिस के हत्थे चढ़े तो चिट्टा नहीं मिलने पर उन्हें अस्पताल ले जाकर इंजेक्शन लगवाने पड़े। यह खुलासा हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की तहसील भराड़ी के लदरौर में शराब के ठेके से हुई चोरी की वारदात की छानबीन में हुआ है। 30 अक्तूबर की रात को लदरौर में शराब के ठेके से देसी और अंग्रेजी शराब की कुल 30 पेटियां चोरी की गईं। पुलिस ने छानबीन करते हुए आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें पता लगा कि चोरी की शराब को ले जाने के लिए एक टेंपू का इस्तेमाल किया गया। टेंपू मालिक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसका एक रिश्तेदार टेंपू को मांग कर ले गया था।
रिश्तेदार और एक अन्य युवक को हिरासत में लिया गया तो चोरी की सारी गुत्थी सुलझ गई। आरोपी युवकों ने बताया कि वे चिट्टे के आदी हैं। चोरी करने से पहले उन्होंने ठेके के पास ही 15 मिनट बैठ कर चिट्टे का नशा किया फिर ठेके में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोरी की शराब को टेंपू में ले जाकर मंडी में एक व्यक्ति को 25,000 रुपये में बेचा। इस रकम से चिट्टा खरीदा और तीन दिन उसका नशा किया। उधर, भराड़ी थाना प्रभारी राजेश वर्मा ने बताया कि जब इन युवकों को पुलिस रिमांड पर लिया गया तो ये युवक रिमांड की पहली रात को चिल्लाने लगे। चिल्लाने के बारे पूछा तो उन्होंने बताया कि चिट्टा नहीं मिलने के कारण उनका बदन टूट रहा है। उन्हें चिकित्सक के पास ले जाया गया, वहां उन्हें इंजेक्शन लगे तब जाकर उन्होंने रिमांड की अवधि पूरी की।