श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन को केंद्रीय सिंचाई और विद्युत
बोर्ड (सीबीआईपी) द्वारा जल, विद्युत तथा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास में सर्वोत्कृष्ट योगदान
के लिए सीबीआईपी अवार्ड हेतु चयनित किया गया।
सीबीआईपी अवार्ड दिनांक 03 मार्च, 2023 को नई दिल्ली में सीबीआईपी दिवस के अवसर
पर माननीय केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, श्री आर.के सिंह द्वारा प्रदान
किया जाएगा। यह अवार्ड जल, विद्युत एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में सर्वोत्कृष्टता को बढ़ावा देने
में व्यावसायिकों, संगठनों एवं स्टेकहोल्डरों के उत्कृष्ट योगदान का सम्मान करता है।
श्री नन्द लाल शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में, एसजेवीएन भारतीय विद्युत परिदृश्य में एक प्रमुख
सार्वजनिक क्षेत्र की विद्युत इकाई के रूप में उभरा है। उनकी दूरदर्शिता ने कंपनी को वर्ष 2023-24 तक
5000 मेगावाट, 2030 तक 25,000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाट के साझा विजन
हासिल करने हेतु नए ऑर्बिट तक पहुँचाया है। उनके गतिशील नेतृत्व के परिणामस्वरूप चौंतीस वर्ष पूर्व
अपनी स्थापना के उपरांत से अब तक की सबसे अधिक क्षमता वृद्धि के साथ कंपनी का तीव्रता से विकास
हुआ है। वर्तमान में, एसजेवीएन का परियोजना पोर्टफोलियो लगभग 46,879 मेगावाट है।
श्री नन्द लाल शर्मा ने हाइड्रो, थर्मल, सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्रों तथा में विस्तार एवं
विविधीकरण, विद्युत ट्रांसमिशन और संपूर्ण देश में विद्युत के अंतर्राज्यीय व्यापार के लिए श्रेणी-I ट्रेडिंग
लाइसेंस प्राप्त करने हेतु महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री शर्मा के निरंतर प्रयासों से, एसजेवीएन की
दीर्घकालीन समय से प्रतीक्षित जलविद्युत परियोजनाएं, अर्थात 210 मेगावाट लूहरी चरण-I, 66 मेगावाट
धौलासिद्ध और 382 मेगावाट सुन्नी डैम जल विद्युत परियोजना को निर्माणाधीन चरण तक पहुंचाया है।
संसाधनों के ईष्टतम उपयोग और उत्पादन लागत में कमी के लिए वन बेसिन-वन डेवलपर
अवधारणा का समर्थन करने में श्री नन्द लाल शर्मा के निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप हिमाचल प्रदेश
सरकार द्वारा चिनाब बेसिन पर 1415 मेगावाट की सात जलविद्युत परियोजनाएं और नेपाल में अरुण नदी
बेसिन पर 2059 मेगावाट की तीन जलविद्युत परियोजनाएं आबंटित की गई। एसजेवीएन को विद्युत
मंत्रालय द्वारा अरुणाचल प्रदेश में अवस्थित दिबांग बेसिन में कुल 5097 मेगावाट की पांच जलविद्युत
परियोजनाओं के विकासार्थ चिन्हित किया गया है।
जैसा कि श्री नन्द लाल शर्मा की परिकल्पना के अनुरूप एसजेवीएन ने वर्ष 2030 तक गैर-
जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से 50% ऊर्जा की भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप अपने
बिजनेस मॉडल को पुन: तैयार किया है। आज की तिथि तक एसजेवीएन के पास 17.42 जीडब्ल्यू का सौर
एवं पवन ऊर्जा का पोर्टफोलियो है। एसजेवीएन विद्युत क्षेत्र के विकास एवं राष्ट्र के निर्माण में सक्रिय रूप
से योगदान दे रहा है।