हिमाचल में चुनाव आचार संहिता लागू होने का असर चंद घंटों में ही दिखाई देने लगा है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से सरकार की योजनाओं का महिमामंडन कर रहे पोस्टर उतर रहे हैं। इसके अलावा मंत्रियों, बोर्डों व निगमों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों ने तत्काल प्रभाव से सरकारी वाहनों के इस्तेमाल को त्याग दिया है।
सरकारी तंत्र भी सरकार के लिए बेगाना हो गया। गौरतलब है कि दोपहर 3ः31 बजे भारतीय निर्वाचन आयोग ने हिमाचल के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। कार्यक्रम की घोषणा होते ही स्वाभाविक तौर पर आचार संहिता लागू हो जाती है। चुनाव आचार संहिता के लागू होने के बाद भाजपा के पक्ष में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सिरमौर के सतौन में रैली आयोजित हो रही है।
रैली पर अब चुनाव आयोग की भी नजर रहेगी। शुक्रवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सोलन में रैली भी थी। चूंकि, ये खबर सुबह ही सामने आ गई थी कि चुनाव आयोग ने दोपहर 3ः00 बजे पत्रकारवार्ता बुलाई है। साफ जाहिर हो रहा था कि हिमाचल के चुनाव की घोषणा हो जाएगी। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने 3ः00 बजे से 10 मिनट पहले ही संबोधन समाप्त कर दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 16 अक्तूबर को धर्मशाला का भी कार्यक्रम है। इसके अलावा क्यास ये भी लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री दक्षिण हिमाचल के सोलन में भी आ सकते हैं।
चुनाव आचार संहिता के बाद अहम बदलाव ये आएगा कि सरकार अपनी मशीनरी का इस्तेमाल रैलियों को सफल बनाने के लिए नहीं कर पाएगी। हालांकि, अब तक कांग्रेस व भाजपा ने स्टार प्रचारकों का ऐलान नहीं किया है, लेकिन भाजपा के लिए अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ही कमान संभाले हुए हैं। जबकि प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को सोलन से चुनावी शंखनाद किया है।
उधर, हिमाचल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि राज्य में 28,46,201 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 27,28,555 महिला मतदाता हैं।