चंबा जिले में हुई मनोहर की हत्या पर बवाल थम नहीं रहा है। चंबा में दो दिन बाद भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। खूबसूरत वादियों के बीच बसे चंबा के एक इलाके में नाले से एक बोरी बरामद हुई थी, जिसमें से एक दलित युवक का शव 8 टुकड़ों में था। दलित युवक मनोहर की हत्या के बाद पूरे चंबा में आक्रोश है।मनोहर का परिवार बेटे को खोने के बाद से सदमे में है। वो खून के आंसू रो रहा है और बार-बार यही कह रहा है कि वो आरोपियों के मंसूबों से अंजान थे। भनक तक होती तो बेटे को बहुत पहले ही समझा चुके होते। बेटे की हत्या के बाद मनोहर का परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है और आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहा है।
आरोपियों को फांसी मिले: मनोहर की मां मनोहर की मां ने कहा कि सरकार से मेरी यही गुजारिश है कि मनोहर के आरोपियों को फांसी मिले। जैसे मैं तड़प रही हूं, वैसे कोई और मां ना तड़पे। जैसे मेरा परिवार रो रहा है, वैसा कोई और परिवार ना रोए। मनोहर के खूनियों को फांसी मिले। उन्होंने कहा कि 8-9 लोग थे वो। पूरे परिवार ने मेरे बेटे को जान से मार दिया। उन सभी को फांसी मिले।
मनोहर के पिता ने कहा कि कुछ पता नहीं था, उनका क्या प्लान था। अगर मेरे बेटे को मारने का प्लान पता तो उस रास्ते नहीं जाने देते। गुरुवार को मैंने पुलिस को शिकायत की। शुक्रवार को मनोहर मिला। हाथ में धागा बंधा था, जिससे मैंने उसे पहचाना। उन्होंने बताया कि मनोहर 6 जून को पहाड़ के ऊपरी हिस्से पर घोड़ा चराने गया था। देर शाम तक जब वो नहीं लौटा तो वो परेशान हुए। संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वो नाकाम रहे। शुक्रवार को मनोहर टुकड़ों में मिला।