राजधानी शिमला के फाइव बेंच के पास एक व्यक्ति पर तेंदुएँ ने हमला कर घायल कर दिया. विजय थापा के मुताबिक जब वह रात ग्यारह बजे होटल में काम करने के बाद घर लौट रहा था तो अंधेरे में उसके ऊपर तेंदुएँ ने हमला कर दिया वह किसी तरह जान बचाकर वहाँ से भाग गया. लेकिन तेंदुएँ के हमले से हाथ में ज्यादा लगी है. IGMC में ईलाज के बाद विजय को छुट्टी दे दी गई है.
जानकारी देते हुए शिमला के निजी होटल में शैफ का काम करने वाले विजय ने बताया कि वह बुधवार रात करीब 11:15 बजे होटल से काम करके घर लौट रहा था। उसी समय प्राथमिक पाठशाला के समीप मार्ग में घात लगाकर बैठे तेंदुए ने अचानक उस पर हमला कर दिया। वह तेंदुए से करीब 5 मिनट तक लड़ता रहा और बड़ी मुश्किल से तेंदुए से जान बचाकर हॉली लॉज की ओर भाग खड़ा हुआ। उस समय रास्ते पर कोई नही था। उसके बाद उन्होंने घर में फोन किया जिसके बाद उन्हें गाड़ी से आईजीएमसी अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि कम लाइट होने की वजह से उन्हें तेंदुआ दिखाई नही दिया। हालांकि मोबाइल की रोशनी से वह घर की ओर जा रहा था। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि यहां की लाइट व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए और तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे भी लगाए जाएं। बता दें कि इससे पहले भी डाउनडेल में भी तेंदुए ने दीपावली की रात्रि को रक बच्चे को मौत का ग्रास बनाया था। वहीं कनलोग में भी उससे पहले एक 5 वर्ष की बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया था।उसके बाद वन विभाग द्वारा जगह जगह पिंजरे लगाए गए थे और तेंदुए को पकड़ने के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) की टीम आई थी। बड़ी जदोजहद के बाद तेंदुआ पकड़ा गया था अब एक बार फिर तेंदुए की दहशत राजधानी में बढ़ गयी है।