कांगड़ा जिले के नूरपुर हलके की लोहारपुरा पंचायत में एक सौतेली मां की घिनौनी हरकत ने एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर दिया। लोहारपुरा पंचायत के वासा गांव की एक महिला ने पहले पांच साल की मासूम बच्ची पर उबलता पानी फेंक दिया और उसके बाद पास के जंगल में छोड़ दिया। जब किसी व्यक्ति ने जख्मी हालत में जंगल में तड़पते देखा तो सौतेली मां ने बच्ची के गुम होने का ड्रामा रचा और अपने इस कृत्य को छिपाने के लिए अस्पताल जाने की बजाय घर पर उपचार चलता रहा।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जैसे ही वार्ड सदस्य कुसुम को मासूम बच्ची की हालत का पता लगा तो उसने पंचायत प्रधान कृष्ण हीर को सूचित किया और बच्ची को शुक्रवार को नूरपुर सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां पीड़ित का इलाज चल रहा है। हैरानी वाली बात यह है कि बच्ची करीब एक सप्ताह से जख्मों का ताव सहती रही।
इसके बावजूद परिजनों का दिल नहीं पसीजा, जबकि वक्त रहते अगर बच्ची को सही इलाज मिल जाता तो शायद आज बच्ची की हालत इतनी खराब न होती। इस मामले में पुलिस ने भी अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है और बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
फिलहाल आरोपी साहनो देवी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आरोपी महिला ने बताया कि एक हफ्ता पहले वह घर पर गर्म पानी से बर्तन साफ कर रही थी। जैसे ही बचा हुआ पानी फेंका तो बच्ची सामने आ गई। इसके बाद उसने बच्ची के शरीर के निचले हिस्से पर गर्म पानी से पड़े फफोलों पर दवाई लगा दी। इसके बाद वह बच्ची के साथ जंगल गई, जहां पर अचानक बच्ची गुम गई।
बच्ची से बर्बरता करने वालों पर हो कड़ी कार्रवाई: प्रधान
पंचायत प्रधान कृष्ण हीर ने बताया कि उन्हें वार्ड सदस्य कुसुम ने सूचित किया। इसके बाद उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो बच्ची की नाजुक हालत को देखते हुए नूरपुर अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने पीड़ित बच्ची के साथ बर्बरता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की हैं।
एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने बताया कि इस सारे मामले की पुलिस गहनता से तफ्तीश कर रही है और बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। महिला से पूछताछ जारी है।