अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशन एयरपोर्ट के बाहर गुरुवार शाम को दो आत्मघाती हमले हुए। इसमें 100 से अधिक लोगों की जान गई, जबकि 1300 से ज्यादा लोग घायल हुए। हमलों ने काबुल को दहला दिया।
एयरपोर्ट के बाहर धमाके हुए और हवा में धूल का गुबार उठा। जब तक धुआं कम हुआ, कई लोगों की जिंदगी तबाह हो चुकी थी। हर तरफ खून फैला हुआ था। लोग बदहवास होकर अपने घायल परिजनों को अस्पताल लेकर भाग रहे थे।
तालिबान के क्रूर शासन से अपनी और अपने परिवार की जिंदगियां बचाने के लिए दूसरे देशों में शरणार्थी बनने को तैयार लोग पिछले कई दिनों से काबुल एयरपोर्ट पर रह रहे थे। इन लोगों को इंतजार था कि कोई देश इन्हें अपने यहां शरण दे देगा। इनकी जिंदगी बर्बाद होने से बच जाएगी, लेकिन कितने ही लोगों का यह इंतजार पूरा नहीं हो पाया।
काबुल एयरपोर्ट के हमले की तस्वीरें दिल दहलाने वाली हैं, लेकिन इन तस्वीरों को दिखाने का मकसद केवल यह बताना है कि अफगानिस्तान में दर्द और खौफ की दास्तान हकीकत है, फसाना नहीं।