हिमाचल प्रदेश में एक महिला शिक्षिका व दो अन्य अध्यापकों द्वारा एक आईटीआई छात्र की बेरहमी से पिटाई करने की खबर सामने आई है। घटना प्रदेश के कुल्लू जिले के तहत आते आईटीआई निरमंड की है। पिटाई के बाद छात्र बेहोश हो गया था। वहीं, युवक को बेहोश पाकर महिला शिक्षिका ने उसके खिलाफ एंटी रैगिंग कमेटी के माध्यम से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
पीड़ित छात्र नरेश के भाई किशोर ने बताया कि करीब 3.30 बजे उसे भाई का फोन आया कि उससे मारपीट की जा रही है और उसे जान से मार देंगे। इसके बाद फोन कट हो गया। उसके बाद किशोर ने थाना में फोन किया और किन्नौर से निरमंड की तरफ रवाना हो गया। किशोर ने बताया कि आईटीआई के प्रशिक्षकों ने खुद को बचाने के लिए एंटी रैगिंग कमेटी के माध्यम से निरमंड थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
पीड़ित छात्र नरेश के भाई किशोर ने भी मारपीट करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के साथ-साथ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की भी मांग की है। उधर, आईटीआई के अन्य छात्र भी इस घटना के बाद सहमे है। छात्रों को डर है कि अगर वह सच्चाई सामने लाते है तो उन्हें भी झूठा केस बना कर संस्थान से निकाला जा सकता है।
छात्रों ने बताया कि शिक्षिका ने बेरहमी से छात्र के मुंह पर थप्पड़ मारे। इस दौरान छात्र के नाक से खून भी निकल रहा था और कुछ देर बाद छात्र बेहोश होकर गिर पड़ा। उन्होंने बताया कि छात्र नरेश उनके साथ मैदान में खेल रहा था, उसे बुला कर ले जाया गया और उससे मारपीट की गई। उधर, पीड़ित के भाई किशोर ने बताया कि अब उन पर समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा हैं और उनकी शिकायत को अनसुना किया जा रहा है।
उन्होंने अनुसूचित जाति आयोग व मानव अधिकार आयोग से भी इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो। उधर, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान निरमंड के कार्यकारी प्रिंसिपल राजेंद्र ने बताया कि नरेश लड़की के क्लास रूम में गया था। बताया कि उनके सामने न तो कोई मारपीट हुई न ही उन्हें बताया गया। उन्होंने लड़के को वार्निंग जरूर दी। उसके 10 का 15 मिनट बाद बताया कि लड़का बेहोश हो गया है उसके बाद उसे अस्पताल ले गए।
डीएसपी आनी रविंद्र नेगी ने बताया मामले की जांच की जा रही है। लड़की के ब्यान भी दर्ज किये जाएंगे। कहा कि पुलिस इस मामले में निष्पक्षता से जांच कर रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।