आईजीएमसी शिमला में हड़ताल कर रहे चिकित्सकों ने 1 हफ्ते के लिए हड़ताल को स्थगित कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि यदि मामले को जल्द हल नहीं किया गया तो अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को बंद कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने हड़ताल को खत्म नहीं किया है सिर्फ 1 हफ्ते के लिए स्थगित किया है ताकि उनके मामलों को जल्द हल किया जाए।
गौरतलब हो कि आईजीएमसी में सोमवार से 2 घंटे की हड़ताल की जा रही थी। बुधवार को रेजिडेंट चिकित्सकों ने पूरे दिन हड़ताल शुरू कर दी थी। बीते कल हड़ताल के दौरान दोपहर बाद केंद्र कार्यकारिणी के निर्णय के बाद रेजिडेंट चिकित्सकों ने अपनी हड़ताल 16 दिसंबर तक वापिस ले ली है। उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर तक उन्होंने हड़ताल स्थगित की है यदि उनकी मांगे उसके बाद भी नहीं मानी जाती है तो फिर से पूरे दिन की हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।
डॉ. मनोज का कहना था कि पहली और दूसरी लहर के बाद अब कोविड-19 की तीसरी लहर आने की तैयारी है। ऐसे में फिर से डॉक्टरों को दिन रात एक करना पड़ेगा। उन्होंने केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट से भी आग्रह किया है कि इस प्रक्रिया को फास्ट ट्रेक में सुनवाई करें ओर इसमें आवश्यक संशोधन करें, ताकि इसमें डॉक्टरों को न्याय मिल सके।