नेट की परीक्षा रद्द करने से आहत एचपीयू शिमला के छात्र ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और एनटीए अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की शिकायत दी है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में बीएड के छात्र रुपांश राणा ने बताया है कि मैंने इस परीक्षा के लिए काफी मेहनत की थी और इसके रद्द होने से वह मानसिक तनाव में हैं। बालूगंज थाना को ईमेल के माध्यम से भेजी शिकायत में उन्होंने लिखा है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने मेरे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। साथ ही मेरी आर्थिक हानि भी हुई है। इसको देखते हुए इसके लिए जिम्मेदार केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और एनटीए अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।
छात्र ने ईमेल के माध्यम से भेजी शिकायत में लिखा है कि मैं रुपांश राणा, सपुत्र श्री सिंदर्शन सिंह, गांव व डाकघर हौरी देवी तहसील फतेहपुर जिला कांगड़ा का स्थायी निवासी हूं और वर्तमान में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में बीएड का छात्र हूं। महोदय मेरे द्वारा 18 जून को एनटीए द्वारा आयोजित नेट की परीक्षा दी थी तथा संगीत विभाग में नेट परीक्षा देने वाला छात्र हूं। महोदय कल एक नोटिफिकेशन सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसमें उपरोक्त परीक्षा रद्द करने की बात कही गई जोकि सच्ची थी।
महोदय शिक्षा मंत्रालय की इस नोटिफिकेशन और एनटीए की इस घटना से मैं बहुत स्तब्ध हूं और मानसिक तनाव में हूं, क्योंकि मैंने वह परीक्षा दी है और मैं लगातार तैयारी कर रहा था। इस परीक्षा को रद्द करके शिक्षा मंत्रालय और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने मेरे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है और मेरी आर्थिक हानि भी की है। पिछले दिनों नीट के एग्जाम में भी ऐसा ही हुआ और सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना पड़ा। पेपर रदद् करके शिक्षा विभाग एवं एनटीए किसी बड़े घोटाले को छुपा रहे हैं तथा एनटीए द्वारा इस परीक्षा को पारदर्शी न करवा पाना गुनाह है।
महोदय मेरे भविष्य को ध्यान में न रखकर पेपर घोटाला हुआ। अपने पद का निर्वहन सही ढंग से न करना जिसका जिम्मेवार एनटीए तथा शिक्षा विभाग है इसलिए शिक्षा विभाग के केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं एनटीए अध्यक्ष के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए और आर्थिक, मानसकि नुकसान पहुंचाने एवं मेरा भविष्य दांव पर लगाने के मामले में प्रतिवादियों पर एफआईआर दर्ज की जाए।