पुजारी रामलाल ने बताया कि सुबह मौसम खराब होने के कारण गर्जना के साथ हल्की बारिश हो रही थी। लेकिन जब वह पूजा अर्चना करने के बाद मंदिर के बाहर आए तो बिजली गिर गई जिससे एक बड़ा धमाका हुआ और वह बेहोश हो गए। होश आया तो हादसे की जानकारी दी। मंदिर कमेटी के प्रधान दीप कुमार व सचिव कृष्ण दयाल ने बताया कि यह मंदिर करीब 600 साल पुराना है। यहां हर साल सायर का मेला लगता है।
बिलासपुर जिले के उपमंडल स्वारघाट के तहत ग्राम पंचायत स्वाहण के जाला देवी मंदिर में वीरवार सुबह 7:25 बजे गुंबद पर बिजली गिरी है। इस हादसे में गुंबद को नुकसान पहुंचा है जबकि मूर्तियां भी खंडित हो गई हैं। हादसे के वक्त पुजारी पूजा-अर्चना के बाद बाहर निकल आए थे लेकिन बिजली का धमाका इतना जोरदार था कि वह बेहोश हो गए।
इस बार यह मेला 16 सितंबर से शुरू होना था। मेले की तैयारियां जोर-शोर से चली हुई थीं। उन्होंने बताया कि मंदिर खंडित हो गया है। इससे पहले भी ऐसे कई हादसे यहां हो चुके हैं। पंचायत प्रधान दीनानाथ ठाकुर भी मौके पर पहुंचे और एसडीएम स्वारघाट को इसकी सूचना दी गई। दीनानाथ ने कहा कि मंदिर कमेटी को जीर्णोद्धार के लिए पंचायत की ओर से हर संभव सहायता मुहैया करवाई जाएगी।