Hariyali Teej Bhog: हरियाली तीज पर लगाएं इन चीजों का भोग
हरियाली तीज की पूजा में शंकर-पार्वती को घेवर, मालपुए, चावल की खीर, सूजी का हलवा या पंचमेवा का भोग लगाएं. ये मिष्ठान शिव के प्रिय माने गए हैं. मान्यता है हरियाली तीज के दिन इन चीजों का प्रसाद चढ़ाने पर सुख, समृद्धि, धन प्राप्ति और अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है.
Hariyali Teej 2023: हरियाली तीज पर क्या न करें
हरियाली तीज के दिन व्रत रखने वाली स्त्रियां सफेद या काले रंग के वस्त्र और चूड़ियां न पहनें. इस दिन दोपहर में सोना वर्जित है. पूरा दिन शिव-पार्वती की भक्ति में लीन रहना चाहिए. इस दिन सात्विक भोजन बनाएं, पति से लड़ाई-झगड़ा न करें. व्रती को इस दिन क्रोध नहीं करना चाहिए, इससे व्रत फलित नहीं होता
Hariyali Teej Vrat Rules: हरियाली तीज व्रत के नियम
हरियाली तीज पर अगर आपने निर्जल व्रत का संकल्प लिया है तो उसे पूरा करें. बीच में पानी न पीएं नहीं तो व्रत टूट सकता है. जो लोग निर्जल व्रत रखने में सक्षम न हो वो इस तरह का संकल्प भी न लें. इस दिन पूजा में व्रत कथा जरुर सुनना चाहिए. बिना कथा के व्रत का फल नहीं मिलता.
Hariyali Teej Vrat Niyam: गर्भवती स्त्रियां हरियाली तीज में बरतें ये सावधानी
हरियाली तीज व्रत बहुत कठिन माना जाता है, ऐसे में गर्भवती स्त्रियां डॉक्टर की सलाह के बिना ये व्रत न करें. प्रेग्नेंट महिला का भूलकर भी इस दिन निर्जला व्रत नहीं ऱ्रखना चाहिए. इससे बच्चे और आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. व्रत के बीच पानी पिएं, रसीले फल खाएं. चाय-कॉफी का सेवन न करें. गर्भवती स्त्रियां इस दिन झूला झूलने की गलती न करें, ये खतरनाक हो सकता है.
Hariyali Teej 2023 Mantra: हरियाली तीज पूजा के मंत्र
1- गण गौरी शंकरार्धांगि यथा त्वं शंकर प्रिया, मां कुरु कल्याणी कांत कांता सुदुर्लभाम्।।
2- ॐ नमः मनोभिलाषितं वरं देहि वरं ह्रीं ॐ गोरा पार्वती देव्यै नमः
3- ऊं नम: शिवाय
4- ऊं पार्वत्यै नम:
5- ‘ऊँ साम्ब शिवाय नमः’
6- ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।
7- ‘ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः
हरियाली तीज पर स्त्रियां जरुर करें ये काम
हरियाली तीज के दिन मेहंदी लगाने का विशेष महत्व है. इस दिन हरे रंग की चूड़ियां, साड़ी पहनना शुभ रहता है. हरियाली तीज में मायके से आया सिंधारा बहुत खास माना जाता है, मान्यता है सिंधारे में आए वस्त्र, गहनें पहनकर शिव-पार्वती की पूजा करनी चाहिए. इससे अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है.
Hariyali Teej Vrat 2023: हरियाली तीज पर 4 राशि की महिलाओं को होगा लाभ
मेष राशि – मेष राशि की स्त्रियों को हरियाली तीज पर धन के स्त्रोत बढ़ेंगे. नौकरी में प्रमोशन के योग हैं.
मकर राशि – वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होगा. मनचाहे जीवनसाथी के साथ शादी की बाधाएं दूर होंगी.
वृषभ राशि – स्वास्थ में सुधार होगा, पति के सहयोग से करियर में तरक्की मिलेगी.
वृश्चिक राशि – आर्थिक लाभ के अवसर मिलेंगे. विवाह के लिए सुयोग्य जीवनसाथी की तलाश पूरी होगी.
Hariyali Teej Samagri: हरियाली तीज पूजा सामग्री
हरियाली तीज की पूजा में गंगाजल, पूजा की चौकी, तांबे और पीतल का कलश, दूध, दही, घी, शहर,अबीर, चंदन, मौली, इत्र, शक्कर, पान, सुपारी, जनेऊ, पांच पल्लव, दक्षिणा, व्रत की पुस्तक, कपूर, आक का फूल, कपूर, दूर्वा, धतूरे का फल, हल्दी, भांग, धतूरा, मिठाई, भस्म, जटावाल नारियल, बेलपत्र, , गुलाल, अक्षत, धूप, दीपक, शमी का पत्ता, सुहाग की सामग्री
Hariyali Teej 2023 Auspicious Yoga: हरियाली तीज पर 4 शुभ योग
सिद्ध योग – 18 अगस्त 2023, रात 08.28 – 19 अगस्त 2023, रात 09.19
साध्य योग – 19 अगस्त 2023, रात 09:19 – 20 अगस्त 2023, रात 09:59
बुधादित्य – इस दिन सूर्य और बुध सिंह राशि में होने से बुधादित्य योग बनेगा.
त्रिग्रही योग – कन्या राशि में चंद्रमा, मंगल और शुक्र की युति से त्रिग्रही योग बनेगा.
हरियाली तीज का व्रत 19 अगस्त 2023 को रखा जाएगा. हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है. इस दिन सुहागिनें निर्जला व्रत करती हैं, 16 श्रृंगार कर भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा करती हैं.
धर्म ग्रंथों के अनुसार इस व्रत का प्रभाव से सुहागिनों को सदा सौभाग्यवती रहने का वरदान और कुंवारी लड़कियों को सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है. पति की लंबी आयु और परिवार की खुशहाली के लिए ये व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. आइए जानते हैं हरियाली तीज की संपूर्ण जानकारी
हरियाली तीज 2023 तिथि
पचांग के अनुसार सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 18 अगस्त रात 8:01 मिनट से शुरू होगी और 19 अगस्त 2023 को रात 10:19 मिनट पर समाप्त होगी. इसे हरियाली तीज या श्रावणी तीज भी कहते हैं. हरियाली तीज का त्योहार खासकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली में धूमधाम से मनाया जाता है.
हरियाली तीज का महत्व
पौराणिक कथा के अनुसार हरियाली तीज के दिन ही देवों के देव महादेव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था. देवी पार्वती ने शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए 107 जन्मों तक कठोर तप किया था. शंकर जी माता पार्वती के कठिन तप से बेहद प्रसन्न हुए और उन्होंने 108 वें जन्म के में पार्वती जी से विवाह रचाया. यही वजह है कि हरियाली तीज का दिन सुहागिनों और कुंवारी लड़कियों के लिए बहुत खास होता है. इस व्रत के परिणाम स्वरूप स्त्रियों को मनोवांछित फल मिलता है.
हरियाली तीज पर महिलाएं करती हैं ये काम
हरियाली तीज पर महिलाएं मेहंदी लगाती हैं, सोहल श्रृंगार कर सावन के लोकगीत गाए जाते हैं. एक दूसरे को मिठाई बांटी जाती है. नवविवाहिता शादी के बाद पहली हरियाली तीज मायके में मनाती हैं. हरियाली तीज की पूजा के बाद सुहागिनें सास को बायना देकर आशीर्वाद लेती हैं, मान्यता है इससे देवी पार्वती बहुत प्रसन्न होती हैं और सुहाग पर कभी संकट नहीं आता.
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