हमीरपुर जिले के विकास खंड भोरंज की ग्राम पंचायत पपलाह के जंगल में चावल की बोरियां फेंके जाने के मामले का खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने संज्ञान लिया है। विभाग ने संबंधित सहाकारी सभा के संचालक को मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया हैस साथ ही उचित मूल्य की दुकान पर स्टॉक की पड़ताल भी शुरू कर दी गई है। जंगल में फेंकी गई जूट की खाली बोरियां भी अव्यवसायिक तरीके से फेंकी हुईं पाई गई हैं। विभाग के जिला नियंत्रक अरविंद शर्मा ने बताया कि शनिवार शाम को ही हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव वर्मा, निरीक्षक रणजीत सिंह, बाहनवीं के गोदाम के प्रभारी सुनील कुमार और शिकायतकर्ता सुरेंद्र कुमार के साथ मौके पर पहुंच गए थे।
इस दौरान बोरियों की जांच करने और इन्हें खोलने पर उनमें कूड़ा-कर्कट, कुछ कीटनाशक दवाइयां, चावल, गेहूं और दालों के दाने पाए गए। मौके पर करीब डेढ़ क्विंटल ऐसा राशन पाया गया, जो खराब हो चुका था। जिला नियंत्रक ने बताया कि मौके पर ही आसपास के क्षेत्रों की उचित मूल्य की दुकानों से संपर्क करने पर पता चला कि सहकारी सभा हनोह की उचित मूल्य की दुकान की सफाई से निकले कचरे को पपलाह के जंगल में फेंका गया है। इस दुकान के विक्रेता पंकज कुमार को तुरंत मौके पर बुलाया गया। पंकज कुमार ने बताया कि हाल ही में उचित मूल्य की दुकान की मरम्मत गई थी और इसके फर्श पर टाइलें लगाई जा रही थीं। इसके लिए दुकान की सफाई की गई थी।
जिला नियंत्रक के अनुसार पंकज कुमार ने माना कि लोगों को राशन वितरित करते समय चावल, गेहूं और दालों इत्यादि के दाने कई बार नीचे गिर जाते हैं। दुकान की सफाई के दौरान निकले कचरे में यही दाने थे। ये दाने काफी समय से दुकान में पड़े हुए थे और सफाई के बाद कचरे के साथ ही इन्हें जंगल में फेंका गया था। जिला नियंत्रक अरविंद शर्मा ने कहा कि विक्रेता को इन बोरियों को इस तरह नहीं फेंकना चाहिए था। उन्होंने बताया कि सहकारी सभा को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। इसके अलावा भोरंज खंड के निरीक्षक को भोरंज की सभी उचित मूल्य की दुकानों के स्टॉक की जांच करने तथा दो दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। उधर, हिप्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक संजीव वर्मा ने कहा कि मौके पर करीब डेढ़ क्विंटल ऐसा राशन पाया गया जो खराब हो चुका था। रविवार को भी निगम के अधिकारी मामले की जांच करते रहे।