हिमाचल प्रदेश में जल्द पहला डाटा सैंटर खुलने जा रहा है, जिसमें 600 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इस सैंटर को ठियोग के जैस में खोलने का प्रस्ताव है, जिससे 700 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इस डाटा सैंटर को व्यूनाओं कंपनी खोल रही है, जो स्किल डिवैल्पमैंट सैंटर खोलने पर भी विचार कर रही है। कंपनी के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह खरौर ने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान के साथ मंत्रणा की है। इसके बाद प्रोजैक्ट को अब सिंगल विंडो बैठक से मंजूरी दिलाई जाएगी ताकि इस दिशा में जल्द बात आगे बढ़ सके। एसीएस की तरफ से इस बारे निदेशक उद्योग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इस डाटा सैंटर के खुलने से आईटी के क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं तलाश रहे युवाओं को लाभ होगा। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार निवेश को जमीन पर उतारने के लिए लगातार बड़ी कंपनियों के संपर्क में है। विशेषकर उन कंपनियों के साथ, जिनसे इन्वैस्टर मीट के दौरान समझौते किए गए थे।
विदेशी कंपनियां भी दिखा रहीं रुचि
जानकारी के अनुसार कुछ विदेशी कंपनियां भी प्रदेश में निवेश को लेकर रुचि दिखा रही हैं। इसके लिए सरकार विदेशी कंपनियों को उनकी इच्छा के अनुसार जमीन उपलब्ध करवा रही है, ताकि वे शीघ्र काम कर सकें। यानी देश की नामी कंपनियों के साथ कुछ विदेशी कंपनियां भी निवेश की इच्छुक हैं बशर्ते उनको सही जगह पर जमीन उपलब्ध हो। राज्य में निवेश की राह में एक बाधा इस समय एयर एवं रेलवे कनैक्टीविटी का भी कम होना है।