कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले से दिव्यांग युवक के बहादुरी की खबर सामने आई है। घटना नूरपुर ब्लाक की है जहां एक हाथ से दिव्यांग युवक ने अपनी जान की बाजी लगाकर तालाब में डूब रहे लड़के की जान बचाई।
मिली जानकारी के अनुसार घटना नूरपूर ब्लाक की सुलयाली पंचायत के प्राचीन मन्दिर डिबकेशवर महादेव मंदिर प्रांगण का है। बुधवार देर शाम सतीश कुमार पुत्र अंग्रेज सिंह तालाब में नहाने आया था। उस समय तालाब में 2 बच्चे पहले से नहा रहे थे।
सतीश पानी में छलांग लगाते ही डूबने लगा और वह बाहर नहीं निकल पाया। पहले से नहा रहे बच्चों ने उसे खींचकर बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन वे उसे नहीं निकाल पाए। जिसके बाद बच्चे शोर मचाने लगे।
बच्चों का शोर सुनकर सुनकर मंदिर प्रांगण में ही मौजूद सन्नी पठानिया मौके पर पहुंचा और पानी में छलांग लगाकर लड़के को बाहर निकाला। सतीश के पेट से पानी बाहर निकालने के कुछ देर बार उसे होश आया। उसके माता-पिता भी मौके पर पहुंच गए थे। स्थिति सामान्य होने के बाद उसे घर ले गए।
डिबकेशवर सुधार कमेटी प्रधान राजेश भारद्वाज ने बताया कि जान बचाने वाले युवक सन्नी का एक हाथ कुछ वर्ष पूर्व करंट लगने के कारण काट कर अलग करना पड़ा था। पूरे घटना का वीडियो मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है।
सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद पूरे गांव के लोग सन्नी के बहादुरी के कायल हो गए हैं। एक हाथ नहीं होने के बावजूद भी उसने जिस साहस से सतीश की जान बचाई वह काबीलेतारीफ़ है।