मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बुधवार सांय हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के निदेशक मंडल की 157वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के कारण प्रभावित हुए निगम के व्यवसाय को आगे बढ़ाने तथा सभी इकाइयों को लाभप्रद बनाने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।उन्होंने इस दिशा में निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने प्रभावी विपणन के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने चिन्हित इकाइयों को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में प्रोत्साहित करने के लिए निगम के प्रयासों पर प्रसनन्ता व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कुल्लू-मनाली-केलांग-जिस्पा सर्किट में पर्यटन को और बढ़ाने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने निगम के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए ऑक्युपेंसी विश्लेषण, कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, होटलों व सेवाओं के प्रचार प्रसार के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा।बैठक में बोर्ड ने 4 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने वाले दैनिक भोगी कर्मचारियों को नियमित करने की अनुमति प्रदान की। बोर्ड ने सभी पात्र आवेदकों को करुणामूलक आधार पर नियुक्ति प्रदान करने का अनुमोदन किया। बोर्ड ने विभिन्न श्रेणियों के 107 प्रशिक्षुओं को नियमों के अनुसार निगम में समायोजित करने का निर्णय लिया। बैठक में वित्त वर्ष 2022 -23 का बजट भी अनुमोदित किया गया।निगम के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने निगम के व्यवसाय में बढ़ोतरी के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी दी। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुभासीष पंडा, प्रधान सचिव पर्यटन देवेश कुमार और विशेष सचिव रोहित जमवाल उपस्थित थे।