मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा मेले की तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को 13-19 अक्तूूबर तक आयोजित होने वाले इस आयोजन के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी तैयारियां निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरी करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कुल्लू प्रशासन को दशहरा मेले में भाग लेने वाले देवी-देवताओं के लिए उचित प्रबंध सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक दल कुल्लू दशहरे का मुख्य आकर्षण होंगे और आयोजन में लगभग 20 अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक दलों के भाग लेने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि अब तक रूस, श्रीलंका, अमेरिका, इंडोनेशिया और म्यांमार के सांस्कृतिक दलों ने इस आयोजन में भाग लेने की पुष्टि की है।
इसके अलावा असम, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान और हरियाणा राज्य के कलाकार भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगेे। प्रदेश के सांस्कृतिक दलों को भी मेले में अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में कई विदेशी राजदूतों के शामिल होने की भी उम्मीद है जिससे इस आयोजन की विश्व पटल पर छवि उभरेगी। उन्होंने कहा कि 14 अक्तूूबर को सांस्कृतिक परेड का आयोजन किया जाएगा और 19 अक्तूूबर को कुल्लू कार्निवल होगा जिसमें विभिन्न सरकारी विभागों के कार्यक्रमों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली झांकियां शामिल होंगी। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए कबड्डी, वॉलीबाल और अन्य खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके दृष्टिगत 300 गृहरक्षक और 870 पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे।
मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में भाग लिया जबकि मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, प्रधान सचिव देवेश कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, सचिव एम. सुधा देवी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभिषेक त्रिवेदी, निदेशक पर्यटन मानसी सहाय ठाकुर, निदेशक भाषा एवं संस्कृति डॉ. पंकज ललित, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता एनपी सिंह और अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।