सुंदरनगर- मंडी रूट पर चलने वाली निजी बस चालकों की मनमानी आम जनता की जान पर भारी पड़ती हुई नजर आ रही है। ऐसे ही एक ताजा मामले में रूट पर चलने वाले निजी बस चालकों की लापरवाही एक युवक की जान पर भारी पड़ी है। युवक पिछले 3 दिनों से पीजीआई चंडीगढ़ में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है। इसके बावजूद इन चालकों की मनमानी दस्तूर जारी है। मामले में हितेश पुत्र प्रेम लाल निवासी कन्नैड कार में सवार होकर नेरचौक की ओर जा रहा था कि अचानक डडोर के समीप फोरलेन सड़क मार्ग पर खड़ी निजी बस के साथ उसकी पीछे से टक्कर हो गई। बस अगर सड़क मार्ग में एक ओर खड़ी होती तो शायद हादसा न होता। लेकिन मार्ग पर बस खड़ी होने के कारण हादसा पेश आया, जिससे हितेश गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल अवस्था में उसे मेडिकल कॉलेज नेरचौक ले जाया गया, परंतु वहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रैफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। बस चालकों की यह मनमानी लंबे समय से चलती आ रही है परंतु इस ओर किसी का ध्यान ही नहीं है।
जमकर उड़ाई जाती है नियमों की धज्जियां: सुंदरनगर-मंडी रूट पर चलने वाली इन बसों में जमकर नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है। कई बसों की डिपर लाइट अक्सर खराब होती हैं जिस कारण पीछे से चल रहे वाहन चालकों को पता नहीं चल पाता है और हादसे हो जाते हैं। इन बसों में फुल साउंड के साथ स्टीरियो बजाए जा रहे है परंतु टोकने वाला कोई नहीं है। बसों में सवार होने वाले यात्रियों को टिकट तक नहीं दिए जाते अगर कोई सवारी टिकट की मांग करे तो उसके साथ बदसलूकी की जाती है। ऐसे में लोग बिना टिकट यात्रा करना उचित समझते हैं। शहर में गुजरते समय इनकी धीमी रफ्तार पीछे से चलने वाले वाहन चालकों को जहां परेशान पैदा करती है तो वहीं हादसा होने की आशंका भी बनी रहती है। परंतु इसके बावजूद निजी बस चालकों की मनमानी लगातार जारी है। पुलिस और प्रशासन ने यदि समय रहते इन वाहन चालकों की लगाम नहीं कसी तो आने वाले समय में और भी बड़े हादसे हो सकते हैं जिसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा यह एक बड़ा सवाल है।
उधर, वहीं एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि निजी बस चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के सख्त निर्देश दिए जाते हैं, नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।