नाहन :- बैंक कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक लोन उपलब्ध करवाए और सभी बैंक जिला ऋण योजना के अतंर्गत हर क्षेत्र में ऋण आबंटन के अपने लक्ष्य को पूरा कर और विभागों द्वारा बैंकों को लोन स्वीकृति दिए गए मामलों को प्राथमिकता के आधार पर पास करना सुनिश्चत करें। यह निर्देश अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर सोनाक्षी तोमर ने जिला स्तरीय समीक्षा समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए बैंकों के अधिकारियों को दिए। अतिरिक्त उपायुक्त ने इस अवसर पर वार्षिक ऋण योजना पत्रिका का विमोचन करते हुए बताया कि इस वर्ष 2660 करोड़ का ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है जोकि गत वर्ष 2350 करोड़ रुपए था। वार्षिक ऋण योजना 2021-22 में कृषि क्षेत्र के लिए 797.77 करोड़ रुपये, सूक्ष्म, छोटे एवं मध्यम उद्योगों के लिए 853.12 करोड़ तथा अन्य प्राथमिकता क्षेत्र के लिए 349.11 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है तथा गैर प्राथमिकता क्षेत्र के लिए 660 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बैंकों से आग्रह किया है कि वह अपने वार्षिक ऋण लक्ष्य हर हालत में प्राप्त करें एवं गरीब लोगों के कल्याण के लिए लागू कि गई सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि केंद्र सरकार द्वारा सूक्ष्म, छोटे एवं मध्यम उधयोगों के लिए कोविड 19 महामारी के कारण लागू की गई सहायता योजना का इन उद्योगों को भरपूर लाभ पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर यूको बैंक के अग्रणी जिला प्रबन्धक सिरमौर राजीव अरोड़ा ने बैंको से आग्रह किया कि वो वार्षिक ऋण योजना 2021-22 में दिए गए लक्ष्यों कि प्राप्ति के लिए अभी से कार्य आरम्भ कर दें ताकि इन लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि 31 मार्च 2021 तक पिछले वर्ष में वार्षिक ऋण योजना 2020-21 में दिये गए लक्ष्यों का 105 प्रतिशत प्राप्त किया गया है तथा इस वर्ष भी बैंकों से शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने की आशा है। इस मौके पर निदेशक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान राकेश वर्मा ने बैठक में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान से संबंधित पिछले तिमाही का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एलडीओ आरबीआई भरत आनंद ने ऑनलाइन माध्यम से जिला के सभी बैंक अधिकारियों को अपना संदेश दिया। इस अवसर पर यूको बैंक के अग्रणी जिला प्रबन्धक सिरमौर राजीव अरोड़ा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक गौरव शर्मा सहित सभी बैंको के जिला संयोजक तथा सरकारी विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।