आज दिनांक 2 फरवरी 2022 को संघर्ष समिति देहरा का एक डेलिगेशन ने जिला उपायुक्त चंबा को ज्ञापन सौंपा। संघर्ष समिति ने 25 जनवरी को एक प्रेस वार्ता के माध्यम से स्थानीय मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा था ।और उसके बाद ग्राम पंचायत के अंदर डोर टू डोर जाकर सिग्नेचर campanine उन मांगों को लेकर किया गया जिसके चलते पंचायत के 70% से भी ज्यादा लोगों ने साइन के माध्यम से यह जताया कि संघर्ष समिति के द्वारा उठाई गई मांगे ज्याज हैं और इस आंदोलन में हस्ताक्षर अभियान में के माध्यम से अपनी भागीदारी सुनिश्चित की और इसके अंदर मुख्य मांगे।
1) क्षेत्र में लगे हुए जिओ टावर स्थिति को जल्द से जल्द सुधारा जाए उसके साथ साथ यह मांग की कि यदि 10 दिन के अंदर कंपनी की तरफ से कोई इस समस्या के समाधान के लिए कोई भी नहीं मिलता है तो संघर्ष समिति 10 दिनों के बाद उस साइट को बंद कर देगी 2 )जो स्थानीय स्कूल से जिनके अंदर आज भी अधिकतर टीचिंग और नॉन टीचिंग के पद रिक्त पड़े हैं उसे जल्द से जल्द भरा जाए 3)ग्राम पंचायत देहरा के गांव मौरा ओर दंतुही बिजली लाइन में लगे सभी लकड़ी के पॉल को और क्रेट वायर को जल्द से जल्द बदला जाए ओर अलग ट्रांसफार्मर लगाया जाए। 4) ग्राम पंचायत चांजू के गाँव स्वला में ट्रांसफार्म लगा है उसका पॉल डैमेज है और उसका shut down खराब है वहाँ पर हादसा होने के बाद भी आज तक उसे ठीक नही किया गया उसे तुरंत ठीक किया जाए 5)क्षेत्र में कोई बैंक की सुविधा नहीं है जिसके चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है इसलिए बैंक की एक शाखा क्षेत्र में खोली जाए ।। 6) ग्राम पंचायत देहरा और ग्राम पंचायत चांजू के अंदर प्राथमिक उपचार केंद्र खोले जाएं और 2) ग्राम पंचायत देहरा दियोथल बीट का जो फॉरेस्ट गार्ड रेजीडेंस बनाया जा रहा है उसे तुरंत रोका जाए और उसका निर्माण जल्दी किया जाए और उसे उसी बीट में बनाया जाए क्यों कि जहाँ पर वो बनाया जा रहा है वहाँ एक ओर मंदिर एक ओर दंगल का मैदान ओर पानी का स्त्रोत हैं और स्थानीय लोगो के वहाँ पर माल -मबेशी पानी पीने के बाद वहाँ पर ठहरते है इन सब मांगों को लेकर आज संघर्ष समिति द्वारा जिला उपयुक्त एक डेलिगेशन मिला ।और आदि प्रशासन की तरफ से कोई पहल नहीं की जाती है तो संघर्ष समिति तमाम लोगों को लामबंद करते हुए एक उग्र आंदोलन करेगी जिसका खामियाजा प्रशासन और सरकार को भुगतना पड़ेगा।।