इंदौर : बीए की पढ़ाई करने वाले एक छात्र ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। जान देने से पहले उसने अपनी बहन को मैसेज कर बताया। बहन ने मैसेज देखते ही भाई के रूम पार्टनर को कॉल कर बताया। दोस्त छात्र को लेकर जब तक अस्पताल पहुंचा, देर हो चुकी थी। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्र के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा है- सॉरी मां मैं बिगड़ गया हूं मुझे माफ कर देना। यह घटना भंवरकुआ थाना क्षेत्र के पालदा इलाके की है। छात्र खरगोन जिले का रहने वाला है।
“सॉरी मां मैं बिगड़ गया हूं। मुझे माफ कर देना…. मेरा मन ना ही घर आने के लिए करता है और ना ही कहीं और जाने का। मुझसे घर की परिस्थितियां देखी नहीं जाती। घर जाऊं तो कहां जाऊं? ना घर है ना जमीन। जो थी वह भी लोगों ने वापस छीन ली। मैं अपने परिवार और दोस्तों से बहुत प्यार करता हूं… मुझे पैसों के लालच में जुआ खेलने की लत लग गई। मुझे लगा था कि मैं ऑनलाइन गेम खेल कर पैसे जीत लूंगा और पापा-मम्मी के लिए जल्दी एक नया घर और गुजारा करने के लिए थोड़ी बहुत जमीन ले लूंगा, लेकिन मैं पैसे नहीं जीत पाया, हार गया। मेरी बहनों से मैं बहुत प्यार करता हूं”
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र वास्कले नामक छात्र भंवरकुआ क्षेत्र में किराये के मकान में रह रहा था। उसके साथ कुछ अन्य साथी भी रहते थे। वह BA और PGDC की पढ़ाई कर रहा था। सुसाइड नोट से मिली जानकारी के मुताबिक, उसे ऑनलाइन गेम की लत लग गई थी। इस कारण उस पर कर्ज हो गया। इससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया। जहर खाने के बाद उसने अपनी बहन दिव्या को मैसेज कर इस बात की जानकारी भी दी थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू की है।
छात्र जितेंद्र ने अपनी बहन दिव्या को मोबाइल पर मैसेज किया और उसे जहर खाने की बात कही। इस पर बहन ने उसके दोस्तों को फोन कर घटना की जानकारी दी। जितेंद्र की बहन दिव्या नर्सिंग का कोर्स कर रही है। पिता खरगोन में मजदूरी करते हैं। जितेंद्र कुछ साल पहले पढ़ाई के लिए इंदौर आ गया था। माता-पिता की स्थिति खराब देख उसने तीन पत्ती खेलना शुरू की और उससे रुपए जीतने के लालच में कर्जा कर लिया।
परिवार ने बताया, ‘जितेंद्र को तीन पत्ती खेलने की इतनी लत लग गई थी कि उसने ऑनलाइन लोन एप के माध्यम से कर्ज ले लिया था। वह पूरा पैसा तीन पत्ती गेम में हार गया और जब उस पर अधिक कर्जा हो गया तो उसने जहर खा लिया। पुलिस मोबाइल के आधार पर अब अन्य जानकारी भी जुटा रही है।
जितेंद्र के साथी दीपक का कहना था कि जितेंद्र ने कुछ दिनों पहले ऑनलाइन कंपनी से लोन ले लिया था। इस कारण से कंपनी वाले उसे किस्त भरने के लिए परेशान करते थे और धमकियां देते थे। वह कई दिनों से परेशान था वही सभी रूम पाटनर अलग-अलग जगह नौकरी करते थे। वही जितेंद्र वास्कले रात में सिक्योरिटी गार्ड का काम भी करता था।