शिमला: शिमला पुलिस ने बीते महीने एक के बाद एक 5 चोरियों को अंजाम देने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह में 3 सुनार भी शामिल हैं, जो जेवरों को ठिकाने लगाने का काम करते थे. इनकी गिरफ्तारी से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है. इनसे पुलिस ने चोरी का सामान भी बरामद कर लिया है, जिसकी कीमत 20 लाख रुपए के करीब है.
बता दें कि नवम्बर माह में पुलिस उपमंडल रोहड़ू में थाना चिड़गांव व रोहडू के क्षेत्राधिकार में दिन के समय लगातार पांच सेधमारी की घटनाएं हुई थीं. इन घटनाओं में करीब 20 लाख रुपए के गहनों व नगदी की चोरी हई थी. जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और पुलिस अधीक्षक शिमला ने स्वयं मौके पर जा कर सभी घटनास्थलों का निरीक्षण किया. जबकि इन सेंधमारी की घटनाओं को सुलझाने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सीटी) शिमला विजय कुमार शर्मा के पर्यवेक्षण में एक विशेष अन्वेषण दल का गठन भी किया गया.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस विशेष अन्वेषण दल में उपमंडल पुलिस अधिकारी रोहड़ू व चौपाल के अतिरिक्त उप निरीक्षण मदन लाल सहित जिला के विशेष अन्वेषण दल के सदस्यों, पीओ सैल के सदस्यों व थाना के कर्मचारियों सहित करीब 15 सदस्यों को शामिल किया गया.
इन सेंधमारी की घटनाओं को सुलझाने के लिए विशेष अन्वेषण दल के द्वारा जिला के साईबर सैल, श्वान दल व अंगुल छाप ब्यूरो की भी सहायता ली गई और इलाके में जगह-जगह नाकाबंदी करके गांवों में घूम रहे अजनबी लोगों से पूछताछ की गई. साथ ही तकनिकी सहायता से प्राप्त संदिग्ध व्यक्तियों से भी पूछताछ की गई, क्योंकि यह सभी चोरियां एक ही तरीके से की गई थी. इसलिए इलाके में गहनता से तलाशी अभियान भी चलाया गया.
इसी संदर्भ में तलाशी के दौरान एक व्यक्ति को संदिग्ध सामान के साथ पकड़ा गया. जिससे इन चोरियों का खुलासा हुआ और उसके एक अन्य साथी तथा इन अभियोगों में चोरी किए गए सोने को खरीदने वाले तीन सुनारों को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस के अनुसार बीते माह में इस इलाके में हुई सभी चोरी की वारदातों को सुलझा लिया गया है. वहीं, आरोपियों को गिरफ्तार करके चोरी का सामान भी बरामद कर लिया गया है. इसके अलावा दो अन्य सेंधमारी की घटनाओं में भी पुलिस ने एक सप्ताह के अन्दर दोषियों को गिरफ्तार कर लिया था.