- परवाणू में भवन के निचे दबे कामगार का शव बरामद, देर रात तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
परवाणू के सेक्टर-2 में गिरी बिल्डिंग में तीसरे दिन देर रात तक चले रेस्क्यू के दौरान मलबे में फंसे व्यक्ति को आखिकार निकाल लिया गया है। हालांकि तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। फ़िलहाल उसका पोस्टमार्टम किया जा रहा है। बता दें कि गुरुवार को मलबे में दबे व्यक्ति की सबसे पहले लोकेशन ट्रेस की गई। इसके लिए प्रशासन ने सनीफर डॉग को मौके पर लाया। मलबे के नीचे हमीरपुर निवासी नरेश की लोकेशन ट्रेस करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जिस स्थान पर लोकेशन मिली, वहां रेस्क्यू टीम ने उस स्थान पर सुरंग बनाकर रास्ता बनाया। रेस्क्यू टीम ने रास्ता बनाने के लिए एक के बाद एक लगातार स्लैब काटे। उसके बाद नरेश तक टीम पहुंची। इस दौरान एसडीएम संजीव धीमान व तहसीलदार कसौली मौक़े पर मौजूद रहे। एसडीएम कसौली संजीव धीमान ने कहा कि गुरुवार रात के समय नरेश को मलबे से बाहर निकाल दिया गया, हालांकि तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। गौर रहे कि मंगलवार करीब डेढ़ बजे परवाणू के सेक्टर चार स्थित पुराने उद्योग का चार मंजिला भवन गिर गया। भवन के भीतर पांच मजदूर कार्य कर रहे थे कि बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह ढह गई। इसके बाद जिला प्रशासन, पुलिस और दमकल टीमों ने राहत बचाव कार्य शुरू किया। इस हादसे में तीन मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया जबकि मंगलवार देर रात मजदूर सुरमान को निकाला गया। लेकिन नरेश का कुछ पता नहीं चल पाया। तब से यहां रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी था।