रशिया का दूल्हा-यूक्रेन की दुल्हन ने धर्मशाला में लिए सात फेरे,हिंदू रीति रिवाज से बंधे जन्‍मों -जन्‍मों के बंधन में……

Avatar photo Vivek Sharma
Spaka News

विदेशियों को भी सनातन धर्म व भारतीय रीति रिवाज भा रहा है। इसका ताजा उदाहरण हैं रशिया की सिरगीनोविका व यूक्रेन के रहने वाली एलोनाब्रोमोका दोनों ने खनियाराखड़ौता के राधा कृष्ण मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से साथ विवाह किया व सात फेरे लिए। कहा जाता है न कि प्रेम कब कहां हाे जाए पता नहीं चलता हालांकि रशिया-यूक्रेन दोनों देश आपस में भिड़े हुए हैं लेकिन प्रेम को कौन रोक सकता है ये तो दो दिलों की बात है इसे न सरहदें रोक सकती हैं न ही देशों की आपसी रंजिशें। ऐसा ही एक किस्‍सा मैक्‍लोडगंज में देखा गया है जहां रशिया के सिरगीनोविका व यूक्रेन की रहने वाली एलोनाब्रोमोका को जब एक दूसरे से प्‍यार हुआ तो वो दोनों विवाह बंधन में बंध गए।

दोनों मौजूदा समय में पर्यटन नगरी मैक्लोडगंज के धर्मकोट में होम स्टे में रह रहे हैं। यहां पर दोनों में नजदीकियां हुई और नजदीकियां प्रेम में बदली और अब दोनों ने हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक शादी कर ली है। हालांकि रशिया के सिरगीनोविका ने इजरायल की राष्ट्रीयता ग्रहण कर ली है। होम स्टे के मालिक विनोद, परिवार के सदस्य व अन्य मित्र भी इस शादी में शामिल हुए।

खनियारा के खड़ौता स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में शहनाई बजी, मंडप सजा, लग्न व वेदी हुई फिर वर व बधु में सात जन्म निभाने व एक दूसरे के प्रति निष्ठावान रहने के लिए शपथ व फेरे हुए। सनातन विधि से पूरा विवाह हुआ तो विवाह से पहले जो हल्दी, महेंदी की रस्में होती हैं उनका भी पूरा अनुसरण किया गया। कुछ मित्र बाराती बन गए तो कुछ ने वधु पक्ष का जिम्मा संभाला। पहाड़ में जब मंदिर में रशिया का दूल्हा व यूक्रेने की युवती दुल्हन बनी तो इसकी चर्चा भी लोगों में खूब हो गई। यह पहला मौका नहीं है जब किसी विदेशी ने हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक विवाह किया है। इससे पहले भी खनियारा के मोहली के निजी होटल में विदेशी दूल्हा व देशी दुल्हन हिंदू रीति रिवाज से विवाह कर चुके हैं। अब रशिया व यूक्रेन के वर व वधु भी हिंदी रीति रिवाज से विवाह करके सुर्खियों में आ गए हैं।

रशिया व यूक्रेन के युवक व युवती परिण्य सूत्र में बंद गए हैं। धर्मकोट से बारात आई और खड़ौता में राधा कृष्ण के मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक विवाह हुआ। कांगड़ा धाम भी बनी और विदाई भी खड़ौता से हुई। सुबह 11 बजे बारात पहुंची और विवाह की रस्में शुरू हुई। तीन बजे दोपहर को विदाई हो गई और दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर धर्मकोट लौट गया।


Spaka News
Next Post

आज का राशिफल 3 अगस्त 2022 Aaj Ka Rashifal 3 August 2022 : बुधवार का दिन इन जातकों के लिए रहेगा शुभ, देखें आज का राशिफल

Spaka Newsबुधवार का दिन कई राशि के लोगों को लिए धन संपत्ति और करियर के मामले में बहुत ही अच्छा रहने वाला है। हालांकि, कुछ लोगों के खर्च भी बढ़ने वाले हैं। तो आइए जानते हैं आज का दिन धन और करियर के मामले में किन राशियों के लिए रहेगा […]

You May Like