कांगड़ा : डाडासीबा पुलिस चौकी के अंतर्गत गुरनबाड़ गांव में वीरवार को एक युवक ने गिरफ्तारी के डर से जहर खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान वीरेंद्र कुमार (30) पुत्र कश्मीर सिंह के रूप में की गई है। उसके खिलाफ पंजाब कोर्ट में धारा 363, 366 के तहत केस चल रहा था। कोर्ट में पेश नहीं होने पर जिला पठानकोट के नंगलभूर से पंजाब पुलिस उसे गिरफ्तार करने आई थी। वीरेंद्र कुमार पेशे से ड्राइवर था और नौकरी के सिलसिले में पत्नी के साथ गांव के समीप कनोल में किराए के मकान में रह रहा था। पंजाब पुलिस जिस समय उसके किराए के मकान में पहुंची तो उस वक्त वहां उसकी गर्भवती पत्नी मौजूद थी, जिसे पुलिस अपने साथ डाडासीबा पुलिस चौकी ले आई और वीरेंद्र को फोन करके चौकी बुलाया।
बताया जा रहा है कि वीरेंद्र पहले पंजाब में काम करता था, वहां उसे एक नाबालिग युवती से प्यार हो गया जिसे भगा कर वह गांव में ले आया था। हालांकि वीरेंद्र ने लड़की की 18 वर्ष आयु पूरी होने के बाद उससे शादी कर ली थी, ऐसे में लड़की के माता-पिता ने मामला दर्ज करवाया था और केस पंजाब कोर्ट में चल रहा था लेकिन आरोपित कोर्ट में पेश नहीं हो रहा था। वीरेंद्र गांव बढलठोर में एक दुकानदार के पास पिकअप गाड़ी चलाता था।
जैसे ही पत्नी के फोन से कॉल आई तो उसने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। स्थानीय दुकानदारों ने उसे देहरा अस्पताल पहुंचाया जहां से टांडा रैफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। डीएसपी अंकित शर्मा देहरा ने बताया कि मृतक युवक पर पंजाब में 363, 366 धारा के तहत मुकद्दमा दर्ज था। पंजाब पुलिस उसे गिरफ्तार करने आई थी। डाडासीबा पुलिस चौकी के इंचार्ज राजेश द्विवेदी ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।