बर्फबारी के बीच बिजली बोर्ड व जलशक्ति विभाग के कर्मचारियों की कर्त्तव्यनिष्ठा से जुड़े वीडियो जमकर वायरल होते हैं। यहां तक की सूबे के मुख्यमंत्री भी ऐसे वीडियो शेयर करते रहे हैं। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसे जांबाज बिजली बोर्ड कर्मी की दास्तां बताने जा रहे हैं, जो डयूटी करते-करते न केवल काल का ग्रास बन गया, बल्कि करंट से लगी आग में झुलस कर राख के ढ़ेर में तब्दील हो गया। विडंबना देखिए, ऐसे निष्ठावान कर्मी की चर्चा तक राज्य में नहीं है।
शिमला के सुन्नी में एक लाइनमैन की करंट लगने से मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था कि कंरट से इसका पूरा शरीर जलकर राख हो गया।बताया जा रहा है कि लाइनमैन बिजली लाइन को ठीक कर रहा था और उसी दौरान अचानक करंट लगने से उसकी मौत हो गई। यह तकनीकी कर्मचारी मोहिंद्र सिंह सेक्शन करयालि में बिजली बोर्ड में तैनात था। उन्हें बिजली लाइन ठीक करने को भेजा गया, लेकिन काफी देर तक वह वापस नहीं आया।
इसके बाद गांव के लोगों ने उसकी तलाश की तो साथ लगते जंगल में बिजली के खंभे के नीचे अधजली लाश पड़ी थी। बिजली बोर्ड में कर्मचारियों का कहना है कि स्टाफ की कमी से इस तरह के हादसों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
तकनीकी कर्मचारी संघ ने बोर्ड प्रबंधन वर्ग से मांग की है कि इस हादसे के कारणों की निष्पक्षता से जांच की जाए। जिन तकनीकी कर्मचारियों को कार्यालयों में बिठाया गया है, उन्हे फील्ड में भेजा जाए।
मृतक कर्मचारी को मुआवजा दिया जाए और इस मामले की जांच हो।