हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग में ट्रैफिक इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ है। मामले की जांच के बाद अब विशेष जांच टीम ने बुधवार को हमीरपुर विजिलेंस थाने में मामला दर्ज किया है। यह पांचवीं एफआईआर है। इस बार पोस्ट कोड 819 ट्रैफिक इंस्पेक्टर भर्ती मामले में एफआईआर दर्ज की है। इसमें आयोग की निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद, दोनों बेटे नितिन और निखिल और अभ्यर्थी रवि कुमार के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। अभी तक छह विभिन्न पोस्ट की भर्तियों के संदर्भ में एसआईटी पांच मामले दर्ज कर चुकी है। छह पदों के लिए 39,938 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 22 अगस्त 2021 को 14,640 अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा दी। 23 दिसंबर को 15 अंकों की मूल्यांकन परीक्षा के लिए 22 अभ्यर्थियों का चयन हुआ।
मेरिट के आधार पर आयोग ने जनवरी 2022 को अभ्यर्थियों रवि कुमार, अभिषेक दरयाल, अनुराग शर्मा, कमलेश, बलवंत सिंह और हेमंत शर्मा को सफल घोषित नियुक्तियां दीं। एफआईआर दर्ज होने के बाद इनकी नौकरी पर संकट मंडराने लगा है। विजिलेंस की ओर से न्यायिक हिरासत में चल रहे चार आरोपियों के आवाज के सैंपल लेने के लिए हमीरपुर न्यायालय में दी गई अर्जी पर वीरवार को सुनवाई होनी है। बुधवार को एसआईटी ने पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर से विभिन्न मामलों में पूछताछ की। उधर, एडीजीपी विजिलेंस सतवंत अटवाल ने कहा कि ट्रैफिक इंस्पेक्टर भर्ती मामले में एफआईआर दर्ज की है। जल्द ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
भंग कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय का ताला वीरवार को खुलेगा। आयोग में एचएएस अधिकारी अनुपम कुमार को ओएसडी नियुक्ति किया गया है। एसआईटी जांच के लिए जरूरी रिकॉर्ड की मांग कर रही थी, लेकिन आयोग के किसी भी कर्मचारी को कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं है। अब रिकॉर्ड उपलब्ध करवाने के लिए पूर्व कर्मचारियों में से जरूरी कर्मचारियों की सेवाएं लेने की अनुमति मिल गई है।