हिमाचल प्रदेश के चिकित्सक दंपत्ति की बेटी गामिनी सिंगला ने राष्ट्रीय पटल पर देवभूमि को गौरवान्वित किया है। सोमवार देर दोपहर जारी देश की सबसे कठिनतम परीक्षा यूपीएससी (UPSC) में तीसरा रैंक लेकर हर किसी को आश्चर्यचकित किया है।
शिमला: यूपीएससी 2021 की परीक्षा में गामिनी सिंगला ने देशभर में तीसरा स्थान हासिल किया है। गामिनी ने कहा कि महिलाएं मेहनत और समर्पण के बल पर कुछ भी हासिल कर सकती हैं। पीटीआई से बातचीत करते हुए गामिनी ने आईएएस सर्विस चुनने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि वे देश के विकास और लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहती हैं। गामिनी ने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने अपने पिता डॉक्टर आलोक सिंगला को सफलता का श्रेय दिया। गामिनी की माता भी डॉक्टर हैं और हिमाचल में कार्यरत हैं।
गामिनी ने बताया कि वो 9-10 घंटे पढ़ाई करती थीं। ज्यादातर सेल्फ स्टडी पर ही फोकस किया। पटियाला में कोचिंग भी ली। गामिनी ने कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री ली है। यूपीएससी परीक्षा में समाजशास्त्र उनका वैकल्पिक विषय था। गामिनी के पिता डॉक्टर आलोक सिंगला हिमाचल के बिलासपुर जिले के नयना देवी के सिविल अस्पताल मैं कार्यरत हैं। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से जारी किए गए परिणाम के अनुसार इस परीक्षा में कुल 685 उम्मीदवारों का चयन किया गया है। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से हर साल आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के पदों पर चयन हेतु सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन किया जाता है.