श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने कारपोरेट मुख्यालय, शिमला में भारतीय नव वर्ष विक्रम
संवत 2080 के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह “प्रवेश” का उद्घाटन किया।
श्री नन्द लाल शर्मा ने अपने संबोधन ‘एसजेवीएन-ए वे फॉरवर्ड’ में कंपनी की उपलब्धियों को साझा किया तथा सभी को
24X7 विद्युत देने की सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप साझा विजन हासिल करने के लिए प्रेरित किया। श्री शर्मा ने अवगत कराया
कि गत विक्रम संवत कंपनी के लिए एक उत्कृष्ट वर्ष रहा क्योंकि इस दौरान कंपनी ने कई माईलस्टोन हासिल किए।
एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा राजस्थान में 1000 मेगावाट क्षमता की
बीकानेर सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखी गई। इसके अतिरिक्त, 382 मेगावाट सुन्नी बांध जलविद्युत परियोजना ने
निर्माण चरण में प्रवेश किया। इस परियोजना के अवार्ड के साथ ही एसजेवीएन के इतिहास में पहली बार एक वर्ष में 1697
मेगावाट क्षमता की जलविद्युत और सौर परियोजनाओं को अवार्ड किया गया है। श्री शर्मा ने कंपनी के असाधारण विकास को संभव
बनाने हेतु एसजेवीएन टीम के अथक प्रयासों की सराहना की।
श्री नन्द लाल शर्मा ने प्रशंसा करते हुए कहा कि पूर्व की भांति विद्युत उत्पादन में कीर्तिमान स्थापित करते हुए
एसजेवीएन ने लक्ष्य तिथि से 58 दिन पहले अपने सात विद्युत स्टेशनों के लिए 8764 मि.यू. की डिजाइन ऊर्जा को हासिल कर लिया
है। एसजेवीएन ने सुदृढ़ वित्तीय विकास का प्रदर्शन करते हुए वर्ष के नौ माह के लिए 1349.48 करोड़ रुपए का कर पश्चात लाभ
अर्जित किया है जो गत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 37.98% अधिक है। वहीं, गत वर्ष के 13,581 करोड़ रुपए की तुलना में
कंपनी का नेटवर्थ भी बढ़कर 14,261 करोड़ रुपए हो गया है।
श्री नन्द लाल शर्मा ने बताया कि कई नई परियोजनाओं के साथ, एसजेवीएन ने वर्ष के लिए अब तक 7295 करोड़ रुपए का
कैपेक्स व्यय किया है। 91% पूंजीगत व्यय के साथ कंपनी 8000 करोड़ रुपए के कैपेक्स लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह एसजेवीएन की विकास गाथा में योगदान दे रहा है और राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को भी सुदृढ़ कर रहा है।
इस अवसर पर श्रीमती गीता कपूर, निदेशक (कार्मिक), श्री ए.के. सिंह, निदेशक (वित्त), श्री सुशील शर्मा, निदेशक (विद्युत)
और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। कंपनी के सभी परियोजनाओं एवं कार्यालयों में इस कार्यक्रम को हर्षोउल्लास के साथ
मनाया।
एक अग्रणी विद्युत क्षेत्र सीपीएसई के रूप में एसजेवीएन का कुल परियोजना पोर्टफोलियो 46,879 मेगावाट है। कंपनी
वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट कंपनी होने के अपने साझा
विजन को हासिल करने के लिए तीव्रता से अग्रसर है। यह साझा विजन वर्ष 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों
से 50% ऊर्जा उत्पादन करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप तैयार किया गया है।