मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला मंडी के जोगिन्द्रनगर स्थित 110 मेगावाट क्षमता के ऐतिहासिक शानन पावर हाऊस का दौरा किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टरबाइन, अल्टरनेटर, एक्साइटर, कंट्रोल रूम सहित पावर हाऊस के विभिन्न सेक्शन का दौरा किया और अधिकारियों से यहां विद्युत उत्पादन से संबंधित प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बरोट से पावर हाऊस तक पानी लाने के लिए उपयोग में लाई जा रही प्राचीन ट्रॉली का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करना उनके आज के दौरे का उद्देश्य रहा है। अभी इसका संचालन पंजाब सरकार के पास है। उन्होंने कहा कि शानन परियोजना को लेकर पंजाब सरकार के साथ बातचीत चल रही है और इस बारे में पत्राचार भी किया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पक्ष में इस परियोजना की लीज़ अवधि समाप्त हो चुकी है, इसलिए पंजाब को इस परियोजना को हिमाचल प्रदेश को सौंपना चाहिए। इस पर हिमाचल का अधिकार बनता है। उन्होंने कहा कि पंजाब को अब इसे छोटे भाई हिमाचल को सौंप देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना पंजाब पुनर्गठन अधिनियम के तहत नहीं आती है। परियोजना को लेकर पंजाब सरकार की ओर से सर्वोच्च न्यायालय में अपील दायर की गई है। उन्होंने कहा कि इस बारे में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय सभी को मान्य होगा।
इस अवसर पर शानन परियोजना के अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार, अधिशाषी अभियंता सतीश कुमार, ऊहल परियोजना चरण-3 के प्रबंध निदेशक देवेंद्र सिंह, उपायुक्त अपूर्व देवगन, पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा, कांग्रेस प्रदेश सचिव जीवन ठाकुर, राकेश धरवाल व राकेश चौहान, कांग्रेस जिला अध्यक्ष पवन ठाकुर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।