मंडी : 26 अप्रैल से लापता सरकाघाट क्षेत्र के थडू गांव के 19 वर्षीय धीरज ठाकुर का शव पुलिस ने नलयाना गांव के पास बकर खड्ड से खोदकर बरामद किया है। शव जिसने दफनाया था, उसकी निशानदेही के आधार पर ही शव की बरामदगी हुई है।
दरअसल, थडू गांव का 19 वर्षीय धीरज ठाकुर पुत्र बदलेव सिंह समीरपुर से आईटीआई कर रहा था। पुलिस को दी शिकायत में पिता ने कहा है कि बेटे को नशे की लत लग चुकी थी। बीती 26 अप्रैल को धीरज घर से तो आईटीआई के लिए निकला लेकिन आईटीआई न जाकर अपने दोस्तों के साथ चला गया। इनमे पारूल पुत्र रविंद्र कुमार निवासी झड़ियार, विक्रांत निवासी धगवानी और प्रिंस निवासी जाहू शामिल हैं।
देर शाम तक बेटा घर नहीं पहुंचा तो चिंतित पिता ने बेटे के मोबाइल पर फोन किया। धीरज ने अपने पिता को बताया कि वो अपने दोस्त पारूल के घर चला गया है और वहीं पर रहेगा। इसके बाद धीरज का फोन स्विच ऑफ हो गया। इसके बाद धीरज फिर कभी घर लौटकर नहीं आया। अपने स्तर पर बेटे की तलाश करने के बाद थके हारे पिता ने 30 अप्रैल को सरकाघाट पुलिस थाना में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई और उसके दोस्तों पर शक जाहिर किया। पुलिस ने मृतक धीरज के दोस्त पारुल की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया और शक के आधार पर उसे पूछताछ के लिए तलब किया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो पारूल ने सच उगल दिया।
पारूल ने पुलिस को बताया कि 26 अप्रैल को इन सभी दोस्तों ने इंजेक्शन से नशे की डोज ली थी। धीरज ने ज्यादा डोज ले ली जिसके कारण उसकी मौत हो गई। अपने सामने धीरज को मृत अवस्था में देखकर तीनों युवक बौखला गए और उसकी लाश को बोरे में बांधकर बकर खड्ड किनारे ले गए। वहां पर गढ्डा खोदा और लाश को दफना कर वापिस अपने घरों को लौट गए। पुलिस ने पारूल की निशानदेही के आधार पर जब उस स्थान को खोदा तो वहां से धीरज का शव बरामद कर लिया है। शव गल-सड़ गया है और उसे पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज नेरचौक भेज दिया गया है।
डीएसपी सरकाघाट लितक राज शांडिल्य ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पारुल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर पता चल पाएगा कि धीरज की मौत किन कारणों से हुई है। दो अन्य दोस्तों से भी पूछताछ जारी है।