सोलन: नए साल पर हिमाचल भाजपा को करारा झटका लगा है. नववर्ष के पहले दिन ही पच्छाद भाजपा के कद्दावर नेता और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कंवर प्रदीप ने भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा है। सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गंगूराम मुसाफिर की अध्यक्षता में पच्छाद के भाजपा नेता प्रदीप कंवर और पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की विधायिका रीना कश्यप की गृह पंचायत नेरी कोटली के पूर्व प्रधान पृथ्वीराज ठाकुर ने भी कांग्रेस का दामन थामा है।
प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री गंगूराम मुसाफिर ने कहा कि आज से नया वर्ष शुरू हुआ है और नववर्ष से ही भाजपा को झटका लगना शुरू हो चुका है और ऐसे झटके भाजपा को अभी और भी लगते रहेंगे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार कहलाने वाली भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से ऊब कर आज पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के कद्दावर नेता प्रदीप कंवर ने कांग्रेस का हाथ थामा है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे 2022 के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे भाजपा का दामन छोड़ लोग कांग्रेस का हाथ थाम रहे हैं।
भाजपा की नीतियों से आमजन के साथ साथ भाजपा कार्यकर्ता भी परेशान- वहीं, भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए प्रदीप कंवर ने कहा कि व्यक्ति के जीवन मे परिवर्तन होना जरूरी है क्योंकि व्यक्ति तभी अपना विकास कर पाता है. उन्होंने कहा कि वे 1997 से लेकर भाजपा के साथ जुड़े रहे लेकिन जिस तरह भाजपा सरकार जनविरोधी नीतियां लेकर आ रही है उससे वे परेशान हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि लगातार डबल इंजन की सरकार ऐसे फैंसले ले रही है जिससे आम आदमी के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ता भी इन फैसलो से परेशान हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पच्छाद विधानसभा से सम्बंध रखते हैं लेकिन वे प्रदेश का भ्रमण करने में व्यस्त हैं। भाजपा के कद्दावर नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है. ऐसे में अब भाजपा नेता इस पार्टी से ऊब चुके हैं और कांग्रेस का हाथ थाम रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा लोगों का विकास किया है। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस जॉइन की है और इसके बाद वह 2022 में पच्छाद से कांग्रेस विधायक देकर प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करेंगे।
बता दें कि लगातार पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे के गढ़ में सेंध मारी कर रही है। लेकिन जिस तरह से कांग्रेस ने नए साल की शुरूआत में ही भाजपा के गढ़ में सेंध मारी है उससे वहां पर माहौल दिलचस्प रहने वाला है। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के घर में कांग्रेस की सेंधमारी से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो चुकी है। बहरहाल देखना होगा की 2022 में पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में किस पार्टी का पलड़ा भारी रहता है।