हिमाचल की एक लड़की की बिहार के गोपालगंज जिला में करीब डेढ साल पहले बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस पूरी हत्या की स्क्रिप्ट एक महिला ने लिखी थी। करीब डेढ साल बाद जब पुलिस ने इस मामले को सुलझाया और आरोपियों को पकड़ा तो इस मामले में बड़े खुलासे हुए। यह पूरा मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ निकला।
तीन लोगों ने मिलकर की थी युवती की हत्या
इस हत्या के मुख्य आरोपी गोविंद यादव को पुलिस ने हिमाचल से गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेजा गया। गोविंद यादव बिहार के समस्तीपुर जिला के हसनपुर थाना क्षेत्र के खरहिया गांव का रहने वाला था। जबकि इस हत्या की साजिश रचने वाली एक महिला है, जिसका नाम गुड्डी देवी पत्नी मंतोष यादव है और यह छपरा जिला के गोहा गांव की रहने वाली है।
बिहारी युवक ने किया था प्रेम विवाह, फिर हिमाचल युवती को फंसाया
बता दे कि मंतोष यादव और गुड्डी देवी दोनों आपस में प्रेम करते थे। दोनों ने घर से भाग कर शादी की और फिर हिमाचल आ गए। हिमाचल में ही मंतोष यादव की मुलाकात हिमाचल की निशी कुमारी से हो गई। मंतोष यादव ने निशी देवी को भी अपने प्यार के जाल में फांस लिया। इसकी भनक मंतोष यादव की पत्नी गुड्डी देवी को लग गई। यहीं से उसने निशी देवी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।
प्रेमी की पत्नी ने रच डाली हत्या की साजिश
गुड्डी देवी ने बीते साल फरवरी में अपनी बहन गोल्डी कुमारी की शादी में धोखे से निशी देवी को भी बिहार के छपरा बुला लिया। तय शादी में हिमाचल की निशी देवी भी छपरा पहुंच गई। शादी के बाद गुड्डी देवी ने निशी को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और निशी को अपने पति मंतोष यादव और उसके दोस्त गोविंद यादव के साथ सीवान में घुमने चलने को कहा।
घूमने के बहाने सुनसान जगह ले जाकर की हत्या
21 फरवरी 2022 को दिन भर सीवान में घूमने के बाद चारों लोग मांझागढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां सभी ने मिलकर हिमाचल की निशी कुमारी की गला दबाकर हत्या कर दी और शव वहीं पेड़े के नीचे फेंक दिया। 22 फरवरी 2022 को लड़की का शव मांझा पुलिस थाना की टीम को मिला। जिसके बाद युवती की हत्या की छानबीन शुरू हुई।
पुलिस ने मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से करीब डेढ़ साल बाद इस मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी गोविंद यादव को हिमाचल से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गुड्डी देवी और उसका पति मंतोष यादव अभी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।