हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार में कोतवाली पुलिस के हाथ असली वर्दी में नकली आईपीएस अधिकार लगा है. स्वयं को आईपीएस अधिकार कहने वाला युवक मुंबई से है. इस घटना का खुलासा तब हुआ, जब उसने कोतवाली पहुंचकर सुरक्षाकर्मी की मांग की, ताकि वह अपनी गर्लफ्रेंड को यह बता सके कि वह कितना बड़ा अधिकारी है. जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की और मुंबई का युवक सागर वाघमारे को गिरफ्तार कर लिया गया.
दो दिन से हरिद्वार घूमने आए सागर अपनी गर्लफ्रेंड को सरकारी खर्चे पर सारे ऐशो-आराम करवाना चाहता था. फर्जी आईपीएस अधिकारी के दिमाग में वर्दी का रौब और अपनी गर्लफ्रेंड को इम्प्रेस करने के लिए ऐसी शरारत सूझी थी.
पुलिस के अनुसार, हरिद्वार के अलावा अन्य जगहों पर घूमते हुए उसने अपने रौबदार अंदाज से सरकारी व्यवस्थाओं का इस्तेमाल भी किया है. लेकिन, मामला तब खुला जब हरिद्वार पुलिस को शक हुआ. आईपीएस का मामला था, लिहाजा पुलिस सीधे तौर पर हाथ नहीं डाल सकी. ऐसे में उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी. जिले के एसएसपी योगेंद्र रावत ने सीओ अभय प्रताप को इस बात की जानकारी दी. सीओ अभय प्रताप ने उससे न केवल बातचीत की, बल्कि अपना मेहमान भी बनाया और बातों-बातों में तस्वीर साफ हो गई.
वहीं, जिस व्यक्ति से हरिद्वार पुलिस थोड़ा घबरा रही थी वह कोई आईपीएस अफसर नहीं बल्कि यूपीएससी की तैयारी कर रहा एक युवक है. युवक इसी तरह पहले भी फर्जी अधिकारी बनकर सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर रहा था. पुलिस ने युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. गिरफ्तार युवक सागर मुंबई में थाने का रहने वाला है. युवक ने खुद अपने गुनाह को कबूल भी कर लिया है.
खुद को बता रहा था 2018 बैच का आईपीएस :
सागर वाघमारे खुद को 2018 बैच का आईपीएस बताकर रहने के लिए गेस्ट हाउस और सुरक्षा के लिए सिपाही की मांग कर रहा था. हरीद्वार सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि 2018 बैच का यह नकली आईपीएस अधिकारी अपने साथ दोस्त के ठहरने की भी व्यवस्था कराने की बात कही थी. साथ ही नगर कोतवाली से कांस्टेबल भेजने के लिए भी कहा.
शक होने पर जांच-पड़ताल शुरू :
जब पुलिस को शक हुआ तो नगर कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में टीम बनाकर इस व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए. काफी जांच पड़ताल और जानकारी जुटाने के बाद सामने आया कि इस नाम का कोई व्यक्ति 2018 बैच का आईपीएस अधिकारी नहीं है. तभी खुद को आईपीएस बताने वाला सागर नगर कोतवाली आ गया.
झूठे रौब के चक्कर में फंसा :
कोतवाली पहुंचकर सागर अपने पद का झूठा रौब दिखाते हुए अपने ठहरने और खाने-पीने सहित वाहन आदि की व्यवस्था कराने के लिए कहने लगा. पुलिस ने उसे कार्यालय में बैठाया और पहचानपत्र मांगा और सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ में उसने बताया कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा है.
शक हुआ तो की जांच-पड़ताल: बाद में जब उन्हें शक हुआ तो नगर कोतवाली प्रभारी के नेतृत्व में टीम बनाकर इस व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटाने के निर्देश दिए. काफी जांच पड़ताल और जानकारी जुटाने के बाद सामने आया कि इस नाम का कोई व्यक्ति 2018 बैच का आईपीएस अधिकारी नहीं है. इतनी ही देर में खुद को आईपीएस बताने वाला व्यक्ति नगर कोतवाली आ गया.
झूठे रौब के चक्कर में फंसा: कोतवाली पहुंचकर वाघमारे अपने पद का झूठा रौब दिखाते हुए रहने खाने-पीने के साथ ही वाहन आदि की व्यवस्था करने के लिए कहने लगा. पुलिस ने उसे कार्यालय में बैठाकर अपनी आईडी दिखाने के लिए कहा और सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ में उसने बताया कि वह यूपीएससी की तैयारी कर रहा है.
सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी सागर वाघमारे (28) पुत्र न्यानोबा वाघमोरो निवासी फ्लैट नंबर 302, दत्तात्रेय कॉम्प्लेक्स सी विंग, थाना निरूल, जिला ठाणे नवी मुंबई, महाराष्ट्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा.