कांगड़ा : नागरिक अस्पताल भवारना में फ्लश टंकी में मिली नवजात बच्ची के शव का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। बच्ची का शव उसकी ही नाबालिग मां ने फ्लश की टंकी में डाला था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह मामला सुलझाया है। पुलिस ने नवजात से मिलान करने के लिए उसकी नाबालिग माता का डीएनए सैंपल भी ले लिया है। नजवात का डीएनए सैंपल पहले ही ले लिया था। पांच सितंबर को अस्पताल के शौचालय की फ्लश टंकी में नवजात बच्ची का शव मिला था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर नवजात के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी थी। अब पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग को शामिल पाया है।
बताया जाता है कि रविवार के दिन यह लड़की अपनी माता के साथ अस्पताल में इलाज के लिए आई थी। इस दौरान इसको प्रसव पीड़ा हुई थी, जिसे देख वह अस्पताल के शौचालय में चली गई थी। वहां पर इसके बच्चा पैदा हुआ। नाबालिग होने और समाज के भय से इसने बच्ची के शव को वहां पर शौचालय की फ्लश में डाल दिया था, जो बाद में अस्पताल के कर्मचारियों को मिली। थाना प्रभारी भवारना केहर सिंह ने कहा कि मामले में एक नाबालिग लड़की को पुलिस ने पकड़ा है। अभी मामले की जांच चल रही है। उसके बयान न्यायालय में भी दर्ज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस अब नाबालिग लड़की और बच्ची के डीएनए टेस्ट का भी मिलान करेगी। उसके बाद अगली कार्रवाई शुरू की जाएगी।