हिमाचल की राजधानी शिमला के सदर थाना में महिला गृहरक्षक से बदसलूकी का मामला सामने आया है। यह महिला गृहरक्षक थाने में बयान दर्ज करवाने आई थी। महिला गृह रक्षक पर आरोप है कि उसने फर्जी दस्तावेज से नौकरी हासिल की है। महिला गृह रक्षक के साथ बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बयान दर्ज करवाने थाने आई महिला गृह रक्षक पुनम ठाकुर ने आरोप लगाया कि सदर थाना में पुलिस के जवानों ने उसके भाई और उसके साथ बदसलूकी की। जिसकी शिकायत उन्होंने शिमला जिला पुलिस अधीक्षक डॉ मोनिका भटुंगरू से भी की है। महिला गृहरक्षक ने थाने में हुए इस विवाद का वीडियो भी बनाया। महिला गृहरक्षक और पुलिस जवान के बीच यह विवाद रविवार दोपहर को हुआ है। बताया जा रहा है कि हिमाचल गृह रक्षा विभाग में फर्जी नाम ओैर दस्तावेज का इस्तेमाल कर 15 साल पहले नौकरी पाने वाली महिला गृहरक्षक को पुलिस ने बयान दर्ज करवाने बुलाया था। महिला गृह रक्षक ने बताया कि पुलिस के बुलाने पर जब वह अपने भाई के साथ थाने में हाजिर हुई तो वहां पर पहले क्यों नहीं आए कहने पर आईओ के साथ विवाद उपज गया।
बता दें कि यह मामला फर्जी दस्तावेज का इसतेमाल कर नौकरी पाने से जुड़ा हुआ है। इसमें आरोप लगाया गया था कि हिमाचल गृह रक्षा विभाग में फर्जी नाम और दस्तावेज का इस्तेमाल कर एक महिला ने नौकरी ली है। 15 साल तक वह नौकरी करती रही। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद गृह रक्षा विभाग ने महिला गृहरक्षक स्वंय सेवक को निष्कासित कर दिया था। पुलिस के अनुसार आरोपी महिला फर्जी नाम से कई सालों तक गृह रक्षा तृतीय वाहिनी शिमला में होमगार्ड की नौकरी करती रही। एफआईआर के मुताबिक आरोपित महिला ने फर्जी नाम व दस्तावेजों से होमगार्ड तृतीय वाहिनी शिमला में वर्ष 2006 में नौकरी हासिल की थी। शिमला पुलिस का कहना है कि शिकायत के बाद आरोपित महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।