गुस्साए यात्रियों ने प्रंघाला पुलिस बैरियर के पास ही सड़क पर धरना दे दिया
एसडीएम भरमौर मौके पर पहुंचे और तब जाकर लोगों ने अपना धरना खत्म किया
प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा में रविवार को जन्माष्टमी पर्व पर डल झील की ओर गंगाजल प्रवाहित करने जा रहे श्रद्धालुओं को पुलिस ने प्रंघाला में रोक लिया। इससे गुस्साए यात्रियों ने प्रंघाला पुलिस बैरियर के पास ही सड़क पर धरना दे दिया। यात्रियों का आरोप था कि पहुंच वालों को डल झील की ओर भेजा जा रहा है, लेकिन अपनी परंपरा को निभाने जा रहे स्थानीय लोगों को रोका जा रहा है। मामले की सूचना प्रशासन को मिलने पर एसडीएम भरमौर मौके पर पहुंचे और तब जाकर लोगों ने अपना धरना खत्म किया। साथ ही स्थानीय यात्री भी डल की ओर रवाना हो गए। दरअसल प्रशासन की ओर से गंगाजल विसर्जित करने डल झील जाने वाले स्थानीय लोगों को अनुमति देने का फैसला लिया है।
स्थानीय लोगों में यह परंपरा है कि परिवार के किसी सदस्य की मौत होने पर हरिद्वार जाने के बाद वहां से लाए जाने वाले गंगाजल को पवित्र डल झील में प्रवाहित किया जाता है। परंपरा को निभाने के लिए प्रशासन ऐसे लोगों को भी सीमित संख्या में जाने की अनुमति दे रहा है। रविवार को हुए घटनाक्रम में स्थानीय लोग बिना परमिशन के ही डल झील की ओर निकल पड़े। इस दौरान जब वे प्रंघाला पुलिस चौक पोस्ट पर पहुंचे तो मौके पर परमिशन नहीं दिखा पाए। दस पर पुलिसबलों ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया और उन्हें प्रशासन से डल झील की ओर जाने की अनुमति लने को कहा। नतीजतन स्थानीय लोग गुस्से में आ गए और वह हड़सर रोड पर ही धरने पर बैठ गए।
मणिमहेश यात्रा के लिए पड़ोसी राज्य पंजाब से भी लोग भरमौर पहुंच रहे है। लिहाजा सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिला के प्रवेश द्वार पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। बावजूद इसके यात्री भरमौर तक पहुंच कर डल की ओर जाने के लिए आतुर हो रहे हैं। हालांकि प्रंघाला में स्थापित चौकी से उन्हें वापस लौटा दिया जा रहा है, लेकिन ऐसे लोगों के भरमौर पहुंचने से भी स्थानीय लोग व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है।