कुछ कुछ उलझनों में ,उलझी हुई सी मैं ,
प्रश्नों और उत्तरों में, लिपटी हुई सी मैं ।
ढूंढ रही हूं छोर , कोई तो सिरा मिले ,
अंधेरे को चीरता हुआ ,रौशन दिया मिले ,
हूं अगर मैं ग़लत , तो भी तुझको कुबूल हूं ,
मुझ सा ही ग़लत , कोई मुझकोज़रा मिले ।
कुछ कुछ उलझनों में , उलझी हुई सी मैं ,
प्रश्नों और उत्तरों में , लिपटी हुई सी मैं ।
दो क़दम ही सही ,झूठ के ना पांव हों ,
फरेबों के शहर में , एक सच का गांव हो ,
उघड़ा हो या ढ़का , जिस्मों का है क्या ,
रूह तक उतरने वाला , कोई इंसान हो ।
कुछ कुछ उलझनों में , उलझी हुई सी मैं ,
प्रश्नों और उत्तरों में , लिपटी हुई सी मैं ।
सिर पर कफ़न बांधे , चलते रहे थे वो ,
मज़बूरी.. घर में लानी थी , रोटी बस दो ,
सिर से पांव तक , बेचा किये सनम ,
राजा हैं उनके दिल के , पापा कहते हैं जो ।
कुछ कुछ उलझनों में , उलझी हुई सी मैं ,
प्रश्नों और उत्तरों में , लिपटी हुई सी मैं ।
नियम अज़ब बने हैं , अब हर सूं ज्ञान के ,
आंग्लभाषा जो बोले, सम्मानित आज से ,
डरी, सहमी,बंधी खड़ी है, प्रान्तदेश की भाषा ,
तोड़ो बन्धन, और बोलो ,इसको शान से ।
कुछ कुछ उलझनों में , उलझी हुई सी मैं ,
प्रश्नों और उत्तरों में , लिपटी हुई सी मैं ।
प्रकृति ने ना लगाये , हम पर कोई भेद हमने ही किन्नरों को ,
कैसे दिया छेक ,हम दास हैं, नहीं राजा प्रकृति के राज्य के ,
मौलिक अधिकारों पर फिर क्योंउनसे है द्वेष।
कुछ कुछ उलझनों में , उलझी हुई सी मैं , प्रश्नों और उत्तरों में , लिपटी हुई सी मैं ।
Horoscope Today | Horoscope 20 September 2020 | Aaj Ka Rashifal | दैनिक राशिफल 20 सितम्बर 2020
Sat Sep 19 , 2020