मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने घोषणा की है कि भारतीय नागरिक एक दिसंबर से मलेशिया में बिना वीज़ा के आ सकते हैं और 30 दिनों तक रह सकते हैं.
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने घोषणा की है कि भारतीय नागरिक एक दिसंबर से मलेशिया में बिना वीज़ा के आ सकते हैं और 30 दिनों तक रह सकते हैं. अनवर ने यह घोषणा रविवार को पीपल्स जस्टिस पार्टी की कांग्रेस को संबोधित करते हुए की. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने यह नहीं कहा कि भारतीयों के लिए बिना वीज़ा की एंट्री की सुविधा कब तक रहेगी. भारत के साथ अनवर ने चीनी नागरिकों को भी वीज़ा फ्री एंट्री की सुविधा देने की घोषणा की है. चीन और भारत मलेशिया के चौथे और पाँचवें बड़े कारोबारी साझेदार हैं. मलेशियाई सरकार के डेटा के अनुसार, इस साल जनवरी से जून के बीच भारत से 283,885 पर्यटक आए. इसी अवधि में भारत से 2019 में 354,486 पर्यटक मलेशिया आए थे. थाईलैंड और श्रीलंका भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भारतीयों को वीज़ा फ्री एंट्री की सुविधा दे चुके हैं. भारत ने साल 1957 में मलेशिया (तब मलाया) के साथ राजनयिक सम्बंध स्थापित किए थे. मलेशिया में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 27 लाख 50 हज़ार के क़रीब है, जो वहां की आबादी के क़रीब नौ फ़ीसदी हैं. भारतीय मूल के 90 प्रतिशत लोग तमिल भाषी हैं. बाक़ी तेलुगू, मलयालम, पंजाबी, बंगाली, गुजराती, मराठी और अन्य भाषाएं बोलते हैं. मलेशिया में क़रीब एक लाख 30 हज़ार भारतीय प्रवासी काम करते हैं. जिन देशों से मलेशिया में सबसे ज़्यादा पर्यटक आते हैं, उनमें भारत छठे नंबर पर है. 2018 में वहां छह लाख से ज़्यादा पर्यटक आए थे. इसी तरह भारत में जिन देशों से ज़्यादा पर्यटक आते हैं, उनमें मलेशिया भी छठे नंबर पर है. उसी साल भारत में क़रीब सवा तीन लाख मलेशियाई पर्यटक आए थे. भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साल 2010 में मलेशिया दौरे के दौरान पर्यटन पर एक समझौते
वे देश जहाँ भारत को मिलती है वीज़ा फ़्री एंट्री
अब भारतीय नागरिकों को 19 देशों में प्रवेश के लिए वीज़ा लेने की ज़रूरत नहीं है. अगर आपके पास पासपोर्ट है तो इन 19 देशों की यात्रा बिना वीज़ा के कर सकते हैं. इसके अलावा, विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, 26 देशों में भारतीयों के लिए वीज़ा ऑन अराइवल की सुविधा है. 25 देशों के लिए ई-वीज़ा लेना पड़ेगा और 11 देशों में प्रवेश के लिए वीज़ा ऑन अराइवल या ई-वीज़ा, दोनों में से कोई एक विकल्प चुना जा सकता है. पिछले महीने थाइलैंड ने भी एलान किया था कि भारत और ताइवान के पर्यटक बिना वीज़ा के छह महीने के लिए उसके यहाँ आ सकते हैं. यह योजना इस साल 10 नवंबर से 10 मई, 2024 तक जारी रहेगी. थाइलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने कहा था, “हम भारतीयों और ताइवानियों को वीज़ा फ़्री एंट्री देंगे क्योंकि वहां से बहुत सारे लोग हमारे यहां आते हैं.” इसी तरह, श्रीलंकाई कैबिनेट ने भारत, चीन, रूस, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिया और थाइलैंड के नागरिकों को एक पायलट प्रॉजेक्ट के तहत 31 मार्च 2024 तक फ्री वीज़ा जारी करने की मंज़ूरी दी है. वियतनाम भी भारत और चीन के नागरिकों को वीज़ा के बिना प्रवेश देने पर विचार कर रहा है. अभी वहां जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन, इटली, स्पेन, डेनमार्क और फ़िनलैंड के नागरिक वीज़ा फ़्री एंट्री पा सकते हैं. बाक़ी देशों के लिए वह 90 दिनों की अवधि के लिए ई-वीज़ा दे रहा है.
वीज़ा ऑन अराइवल सुविधा
भारतीयों के लिए इन देशों में वीज़ा ऑन अराइवल सुविधा है. यानी यहाँ पहुँचने के बाद एयरपोर्ट पर वीज़ा मिल जाता है.
- अंगोला
- बोलीविया
- कापो वर्दे
- कैमरून यूनियन रिपब्लिक
- कूक आईलैंड्स
- फिजी
- गिनी बिसाउ
- इंडोनेशिया
- ईरान
- जमैका
- जॉर्डन
- किरिबती
- लाओस
- मेडागास्कर
- मौरिटेनिया
- नाइजीरिया
- क़तर
- रिपब्लिक ऑफ मार्शल आईलैंड्स
- रीयूनियन आईलैंड
- रवांडा
- सीशेल्स
- सोमालिया
- ट्यूनीशिया
- तुवालु
- वानुआतु
- ज़िम्बॉब्वे